IIT के छात्रों की बल्ले-बल्ले, 2.05 करोड़ का मिला पैकेज

Written By पुष्पेंद्र शर्मा | Updated: Dec 02, 2021, 06:29 PM IST

IIT

सबसे ज्यादा घरेलू ऑफर गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, क्वालकॉम, बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (बीसीजी), एयरबस और बैन एंड कंपनी ने दिए.

डीएनए हिंदी: कोरोनाकाल के बावजूद प्रमुख आईआईटीज छात्रों को करोड़ों के पैकेज ऑफर किए गए हैं. आलम ये रहा कि आईआईटियंस को मिलने वाले इन घरेलू पैकेजों में सालाना 1.80 करोड़ और इंटरनेशनल पैकेजों ने 2 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया.

उबर ने 2.05 करोड़ (274,000 डॉलर) के पैकेज पर आईआईटी-बॉम्बे और मद्रास सहित कम से कम पांच आईआईटी से एक-एक छात्र को चुना है, तो वहीं आईआईटी-रुड़की के एक छात्र को 2.15 करोड़ रुपये (287,550 डॉलर) का इंटरनेशनल पैकेज दिया गया है. तीन अन्य को 1.30 करोड़ रुपये से लेकर 1.8 करोड़ रुपये तक के घरेलू ऑफर प्राप्त हुए हैं.

आईआईटी-बी के कैंपस सलेक्शन के पहले स्लॉट में उबर के बाद सबसे ज्यादा ऑफर क्लाउड डेटा मैनेजमेंट कंपनी रूब्रिक ने दिया. कंपनी ने 90.6 लाख रुपये (121,000 डॉलर) का पैकेज ऑफर किया है. डोमेस्टिक ऑफर में निवेश प्रबंधन फर्म मिलेनियम ने पहले स्लॉट में 62 लाख रुपये के पैकेज के लिए छात्रों को चुना है. जबकि वर्ल्डक्वांट ने 52.7 लाख रुपये और ब्लैकस्टोन ने 46.6 लाख रुपये की पेशकश की है.


इन कंपनियों का ऑफर सबसे ज्यादा
सबसे ज्यादा घरेलू ऑफर गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, क्वालकॉम, बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (बीसीजी), एयरबस और बैन एंड कंपनी ने दिए. आईटी/सॉफ्टवेयर, कोर इंजीनियरिंग और कंसल्टेंसी स्टूडेंट्स के लिए प्रमुख क्षेत्र बन गए.

IIT मद्रास के स्टूडेंट्स को 11 इंटरनेशनल ऑफर दिए गए हैं. संस्थान ने प्लेसमेंट के पहले सत्र में 407 ऑफर दर्ज किए, जो अब तक का सबसे अच्छा रिकॉर्ड है. इन ऑफर्स में 231 पीपीओ शामिल हैं.

कुल मिलाकर 11 छात्रों को 1 करोड़ रुपये से अधिक के प्रस्ताव मिले और उनमें से 10 को घरेलू प्रस्ताव दिए गए. 13 छात्रों ने इंटरनेशनल जॉब के लिए साइन किया है. जिनमें से 12 ने जापान और सिंगापुर में नौकरी करने के लिए 1 करोड़ रुपये से कम के पैकेज का विकल्प चुना है.

इधर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मंडी और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) नई दिल्ली ने जॉइंट रिसर्च और एकेडमिक प्रोग्राम के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. इससे भविष्य में रिसर्च को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स एक मंच पर पूरे हो सकेंगे.