Cyclone Biparjoy: बिपरजॉय के कहर के बाद अब कैसा है कच्छ और सौराष्ट्र का हाल, कितना हुआ नुकसान, क्या कह रहे हैं गृहमंत्री अमित शाह?

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jun 17, 2023, 11:14 PM IST

Cyclone Biparjoy ने गुजरात में मचाई बड़ी तबाही. (तस्वीर-PTI)

Cyclone Biparjoy: चक्रवात के बाद गुजरात में भीषण नुकसान हुआ है. 200 से ज्यादा मवेशियों की मौत हुई है, वहीं फसलें भी तबाह हुई हैं. गुजरात के आपदाग्रस्त इलाकों का गृहमंत्री अमित शाह ने दौरा किया है.

डीएनए हिंदी: गुजरात में विनाशकारी चक्रवात बिपरजॉय ने बड़ी तबाही मचाई है. कच्छ जिले में बिपरजॉय चक्रवात के कहर के बाद प्रभावित इलाकों में जरूरी सेवाओं को बहाल करने का काम तेज रफ्तार से हो रहा है. कुछ इलाकों में पेड़ उखड़े और तार टूटे हैं जबकि जलभराव भी हो गया है. कच्छ और सौराष्ट्र के कुछ इलाकों में अभी तक बिजली बहाल नहीं हुई है. यहां कुछ सड़कें अब भी बंद हैं.

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल और प्रभारी मंत्री प्रफुल्ल पंशेरिया ने हालात का जायजा लेकर राहत कार्यो को जाना. खुद गृहमंत्री अमित शाह ने आपदाग्रस्त इलाकों का दौरा किया. भुज के अपने दौरे में मंत्रियों ने पश्चिम गुजरात विज कंपनी लिमिटेड (PGVCL) के कर्मियों के वाणिज्य कॉलेज और खारी नदी रोड पर चल रहे कार्यो की समीक्षा की.

ऋषिकेश पटेल ने ग्राउंड पर काम कर रही टीमों को भी अहम निर्देश दिए और प्राथमिकता के आधार पर प्रभावित इलाकों में बिजली आपूर्ति को तेजी से सामान्य करने को कहा.

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गृहमंत्री ने किया प्रभावित इलाकों का दौरा, क्या है आपदाग्रस्त इलाकों का हाल?

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि यह गुजरात सरकार की एक बड़ी उपलब्धि है कि बिपारजॉय चक्रवात के कारण कोई जनहानि नहीं हुई. उन्होंने कच्छ जिले के मुख्यालय भुज में पत्रकारों से कहा कि 20 जून तक प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी. 

अमित शाह ने कहा कि 1,600 गांवों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई है और जूनागढ़ और पोरबंदर जिलों में यह पूरी तरह से बहाल की जा चुकी है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही फसलों, बागों और मछली पकड़ने वाली नौकाओं को हुए नुकसान का जायजा लेकर राहत पैकेज की घोषणा करेगी. 

'तूफान में नहीं गई किसी की भी जान'

गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार ने मिलकर काम करते हुए सफलतापूर्वक चक्रवात का सामना किया. उन्होंने कहा कि हम इस बात पर संतोष व्यक्त कर सकते हैं कि 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आए चक्रवात से किसी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है. यह एक बड़ी उपलब्धि है.'

चक्रवात की वजह से घायल हुए 47 लोग, 234 मवेशियों की मौत

अमित शाह ने कहा कि चक्रवात के कारण केवल 47 लोग घायल हुए. हालांकि 234 मवेशियों की मौत हो गई. चक्रवात बृहस्पतिवार शाम जखौ बंदरगाह के निकट तट से टकराया था और यह कच्छ तथा सौराष्ट्र क्षेत्रों में तबाही के निशान छोड़ गया है. चक्रवात के टकराने के दौरान 147 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चली थीं. 

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अमित शाह ने कच्छ जिले में चक्रवात से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया. उन्होंने मांडवी शहर के एक अस्पताल में घायल लोगों से मुलाकात की और किसानों तथा एनडीआरएफ व बीएसएफ के कर्मियों से भी बातचीत की. 

अमित शाह एक हेलीकॉप्टर से कच्छ जिला मुख्यालय भुज पहुंचे और जखौ का हवाई सर्वेक्षण किया, जहां बृहस्पतिवार की रात शक्तिशाली चक्रवात ने कहर बरपाया था. उनके साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी थे. ‍‍शाह मांडवी उप-जिला अस्पताल पहुंचे और तटीय गांवों से लाए गए घायल लोगों और गर्भवती महिलाओं से मुलाकात की. 

किसानों का भी गृहमंत्री ने जाना हाल

अमित शाह फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए मांडवी के पास एक खेत में पहुंचे और किसानों से बातचीत की. उन्होंने मांडवी हवाई अड्डे पर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के कर्मियों से मुलाकात की, जो राहत और बचाव कार्यों में शामिल थे. केंद्रीय गृह मंत्री वापस भुज गए और चक्रवात के बाद की स्थिति पर चर्चा की. 

चक्रवात की वजह से राज्य में कितना हुआ नुकसान?

चक्रवात के दौरान चली तेज हवाओं के कारण बिजली के खंभे उखड़ जाने से कई कस्बों और सैकड़ों गांवों की बिजली कट गई. सरकार ने एक विज्ञप्ति में कहा था कि 1,09,000 लोगों को तटीय क्षेत्रों से अस्थायी आश्रयों में स्थानांतरित किया गया, जिनमें 10,918 बच्चे, 5,070 वरिष्ठ नागरिक और 1,152 गर्भवती महिलाएं थीं. (इनपुट: IANS और भाषा)

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