Delhi Bus Marshal Row: LG आवास पर भी ड्रामा, AAP का दावा- भाग रहे थे BJP नेता, पैर पकड़कर रोका, देखें Viral Video

Written By कुलदीप पंवार | Updated: Oct 05, 2024, 05:43 PM IST

आप सरकार के मंत्री Saurabh Bhardwaj एलजी आवास पर भाजपा विधायक के पैर पकड़कर लेट गए.

Delhi Bus Marshal Row: डीटीसी बसों में 10 हजार से ज्यादा सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स को बस मार्शल के रूप में तैनात करने को लेकर तनातनी चल रही है. इसे लेकर पहले दिन में बैठक के दौरान हंगामा हुआ था. इसके बाद उपराज्यपाल आवास पर भी जमकर हंगामा हुआ है.

Delhi Bus Marshal Row: दिल्ली परिवहन निगम (DTC) की बसों में सुरक्षा के लिए मार्शल तैनात करने के मुद्दे पर शनिवार को जमकर हंगामा हुआ है. पहले दिल्ली सचिवालय में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार ने मार्शलों की बहाली के लिए कैबिनेट नोट पास कराया. इस बैठक के दौरान भाजपा और आप नेताओं के बीच जमकर तूतू-मैंमैं की स्थिति बनी रही. इसके बाद यह कैबिनेट नोट पर मंजूरी लेने के लिए मुख्यमंत्री आतिशी के नेतृत्व में उनकी पूरी कैबिनेट उपराज्यपाल के पास जाने लगी. इस दौरान भाजपा विधायकों को भी साथ चलने के लिए कहा गया. खुद मुख्यमंत्री भाजपा विधायक दल के नेता विजेंद्र गुप्ता की कार में उनके साथ बैठ गई. आप का दावा है कि भाजपा विधायक भागने लगे. उन्हें रोकने के लिए राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री सौरभ भारद्वाज उनके पैर पकड़कर लेट गए. आप ने इसे लेकर फोटो और वीडियो भी जारी किए हैं. हालांकि उनमें भाजपा नेता का चेहरा नहीं दिख रहा है. इसे लेकर जमकर हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ है, जिसके बहुत सारे वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. उधर, विजेंद्र गुप्ता ने दावा किया है कि बस मार्शलों को हटाने के बाद अब आप नेता उन्हें गुमराह करने और राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए सड़क पर लेट-लेटकर ड्रामा कर रहे हैं.

क्या है पूरा विवाद

पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के कार्यकाल में दिल्ली सरकार ने DTC बसों में 10 हजार से ज्यादा बस मार्शल तैनात किए थे. बस मार्शल के तौर पर सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स को नियुक्ति दी गई थी. इसके पीछे दिल्ली की बसों में देर रात महिलाओं के साथ होने वाली छेड़छाड़ जैसी घटनाएं रोकने का तर्क दिया गया था. पिछले साल इन सभी बस मार्शल को हटा दिया गया था. इन्हें हटाने का फैसला नागरिक सुरक्षा निदेशालय (Directorate of Civil Defence) की तरफ से आपत्ति जताने पर किया गया था. दरअसल निदेशालय का तर्क था कि इन सभी की नियुक्ति आपदा प्रबंधन कार्यों में मदद देने के लिए है. अब फरवरी में होने जा रहे विधानसभा चुनावों से पहले आप सरकार फिर से इनकी नियुक्ति का मुद्दा उठा रही है. इसके लिए बस मार्शल को नियमित करने का प्रस्ताव दिल्ली विधानसभा से पारित कराया गया है, जिसके कैबिनेट नोट को मंजूरी देने के लिए मुख्यमंत्री आतिशी ने शनिवार को इमरजेंसी मीटिंग बुला रखी थी. इस मीटिंग में और इसके बाद उपराज्यपाल के आवास पर जमकर हंगामा हुआ है.

मंजूरी के लिए उपराज्यपाल के पास जाना था नोट, तभी हुआ हंगामा

कैबिनेट नोट पास होने के बाद इसे मंजूरी के लिए उपराज्यपाल के पास भेजा जाना था. मुख्यमंत्री आतिशी और अन्य आप नेताओं का दावा है कि यह एलजी के अधीन सर्विस से जुड़ा हुआ है. इस कारण उनकी मंजूरी अनिवार्य है. इसके लिए भाजपा विधायकों को भी साथ चलने के लिए कहा गया, लेकिन भाजपा नेता इस मुद्दे पर अपनी पोल खुलती देखकर सचिवालय से भागने लगे. इस कारण आप नेता उनके पैर पकड़कर लेट गए, ताकि उन्हें भागने से रोका जा सके. आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के एक्स हैंडल से इस दावे के साथ कई फोटोज और वीडियोज भी जारी किए गए हैं, जिनमें आतिशी भाजपा विधायक दल के नेता विजेंद्र गुप्ता की कार में बैठी हुई हैं, जबकि सौरभ भारद्वाज किसी नेता का पैर पकड़कर लेटे हुए हैं. हालांकि नेता का चेहरा नहीं दिख रहा है.

क्या कहा है दिल्ली की मुख्यमंत्री ने

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने इस मुद्दे पर मीडिया से बातचीत की है. उन्होंने कहा,'कल भाजपा विधायकों की मांग पर हम उनसे मिले और उन्हें बस मार्शल का मुद्दा समझाया. उन्हें बताया कि यह एलजी के तहत आने वाली सेवाओं से जुड़ा है. आज भाजपा की पोल खुल गई है. हमारी पूरी कैबिनेट वहां (बैठक में) थी और हमने कहा था कि हमारे द्वारा जो निर्णय लेने हैं, हम उन्हें लेने को तैयार हैं. भाजपा को LG से उनके तहत आने वाले मुद्दों पर निर्णय लेने के लिए कहे. भाजपा इसके लिए तैयार नहीं है और इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है. आतिशी ने आगे कहा,'इमरजेंसी कैबिनेट मीटिंग में हमने दिल्ली विधानसभा से पारित प्रस्ताव को मंजूर कर दिया है. भाजपा विधायक यहां (एलजी आवास) में आकर भी एलजी को वह कैबिनेट नोट मंजूर करने को कहने के लिए तैयार नहीं हैं. यह बस मार्शलों के साथ धोखा है. हमारी कैबिनेट ने अपना काम कर दिया है. अब भाजपा को उन्हें नियमित कर जॉइनिंग लेटर सौंपने का काम करे. 

भाजपा बोली- राजनीतिक रोटियां सेंक रही आप

भाजपा ने भी आप के दावे पर पलटवार किया है. विजेंद्र गुप्ता ने एक्स पर लिखा,'AAP ने पहले बस मार्शलों को बिना कारण नौकरी से हटा दिया और अब आप नेता सड़क पर लेट-लेट कर नाटक कर रहे हैं. इनका नाटक सिर्फ एक दिखावा है, असली मकसद बस मार्शलों को गुमराह कर राजनीतिक रोटियां सेंकना है.' 

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