डीएनए हिंदी: Delhi Rain News- दिल्ली में यमुना नदी के जल स्तर ने बुधवार को आज तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. यमुना नदी दोपहर में 207.55 मीटर के रिकॉर्ड वाटर लेवल पर पहुंच गई, जिससे देश की राजधानी के निचले इलाके पूरी तरह डूबने का खतरा पैदा हो गया है. इससे पहले यमुना नदी में रिकॉर्ड वाटर लेवल 207.49 मीटर का था, जो 6 सितंबर, 1978 में आई बाढ़ के दौरान रिकॉर्ड किया गया था. लगातार विकट हो रहे हालात को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में धारा 144 लागू कर दी है. उधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी बुधवार को दोपहर बाद इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली की बाढ़ के लिए हरियाणा द्वारा हथिनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़ने को जिम्मेदार ठहराया है. केजरीवाल ने हथिनीकुंड बैराज से सीमित मात्रा में पानी छोड़ने की अपील की है. इसके लिए उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई है.
8 पॉइंट्स में पढ़ें क्या है यमुना नदी के जल स्तर से दिल्ली का ताजा हाल.
1. यमुना में जल स्तर शाम तक 208 मीटर तक जाने की आशंका
उत्तराखंड के पहाड़ों और पश्चिम उत्तर प्रदेश व हरियाणा के यमुना कैचमेंट एरिया में लगातार बारिश का असर दिल्ली में दिख रहा है. इसके चलते बुधवार रात को ही यमुना का जल स्तर दिल्ली में 208 मीटर का नया रिकॉर्ड बनाने की आशंका हो रही है. यमुना के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी के बीच सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा है, 'केंद्रीय जल आयोग का अनुमान है कि आज रात तक यमुना का जलस्तर 207.72 मीटर पहुंचा जाएगा. यह दिल्ली के लिए अच्छी खबर नहीं है. पिछले दो दिनों में दिल्ली में बारिश नहीं हुई है फिर भी यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है क्योंकि हरियाणा में हथिनी कुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है. मैं केंद्र सरकार से मांग करता हूं कि वह हस्तक्षेप करे और यह सुनिश्चित करे कि यमुना का जलस्तर इससे आगे न बढ़े. अब तक का सबसे ज्यादा जलस्तर 1978 में 207.49 मीटर था. अभी का जलस्तर 207.55 मीटर है.'
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2. केजरीवाल ने इमरजेंसी मीटिंग में बुलाए सभी अधिकारी
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यमुना के ऑल टाइम हाई लेवल का रिकॉर्ड बनाने के बाद इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है. दिल्ली सचिवालय में होने वाली इस मीटिंग में राज्य के सभी विभागों के सीनियर अफसरों को बुलाया गया है. दिल्ली के जल मंत्री सौरभ भारद्वाज ने मीडिया से कहा कि हम हालात से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. हम हालात पर नजर रख रहे हैं और सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं.
3. बाढ़ वाले इलाकों में 4 से ज्यादा लोग नहीं जमा होंगे एक जगह
यमुना नदी में लगातार बढ़ रहे जल स्तर के कारण उससे सटे दिल्ली के निचले इलाकों में जल भराव हो गया है. इससे बाढ़ के हालात बन गए हैं. इसके चलते दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर बाढ़ग्रस्त इलाकों में CRPC की धारा 144 लागू कर दी है. बाढ़ वाले इलाकों में 4 से ज्यादा लोगों के एक जगह जमा होने पर प्रतिबंध लग गया है.
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4. ITO छठ घाट डूबा, सभी इलाके पानी-पानी
यमुना का जल स्तर बढ़ने के कारण ITO स्थित मशहूर छठ पूजा घाट पानी में डूब गया है. जल स्तर इतना बढ़ गया है कि घाट पर बनी बेंच और खंभे भी पानी में डूब गए हैं. उधर, शहर के यमुना से सटे इलाकों में हर तरफ पानी-पानी नजर आ रहा है. कश्मीरी गेट के करीबी मशहूर तिब्बत मार्केट मोनेस्ट्री और रिंग रोड पर पानी भर गया है. यहां से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है. रिंग रोड पर पानी को रोकने के लिए प्रशासन ने रेत से भरे बोरों की दीवार बनवाई है. साथ ही लोगों को रेस्क्यू करने के लिए हैवी मशीनरी का सहारा लिया जा रहा है.
5. पुलिस थानों को किया गया अलर्ट
ANI ने दिल्ली पुलिस के एक सीनियर अफसर के हवाले से बताया कि पुलिस थानों को अलर्ट किया गया है. पुलिस अफसर ने कहा, यमुना नदी में बारिश के कारण जल स्तर लगातार बढ़ रहा है. इसके चलते यमुना नदी से सटे सभी पुलिस थानों को अपने-अपने इलाके में सतर्कता बरतने और गश्त करने के लिए अलर्ट किया गया है. पुलिस को अन्य एजेंसियों के साथ तालमेल बनाकर जल भराव वाले इलाकों में काम करने का निर्देश मिला है. लोगों को जलभराव होते ही शिफ्ट करने के लिए कहा गया है.
6. सुबह ही 45 साल का रिकॉर्ड लेवल छुआ था
यमुना नदी में बुधवार सुबह ही हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा हुआ 3 लाख क्यूसेक पानी दिल्ली पहुंचा था. इसके चलते दिल्ली में यमुना सुबह ही 207 मीटर के पार पहुंच गई थी. यह साल 1978 के बाद 45 साल में पहला मौका था, जब यमुना 207 मीटर के पार पहुंची थी. सुबह यमुना का जल स्तर 207.18 मीटर पर पहुंचने के बाद ओखला बैराज के सभी गेट खोलने पड़े थे. इससे मथुरा और आगरा में भी यमुना नदी का जल स्तर बढ़ गया था.
7. दिल्ली में यमुना खादर के निचले इलाके डूबे
यमुना नदी में लगातार पानी आने के कारण दिल्ली में खादर के इलाके में बाढ़ आ गई है. यमुना खादर के सभी गांव पानी में डूब गए हैं. दिल्ली प्रशासन ने जगह-जगह रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए मोटरबोट तैनात किए हैं. इसके अलावा यमुना खादर के गांवों से 40,000 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है.
8. दिल्ली से निकले पानी से मथुरा-आगरा भी डूबे
दिल्ली में बुधवार सुबह ओखला बैराज के गेट खोलकर भारी मात्रा में यमुना नदी का पानी रिलीज किया गया था. इसका असर मथुरा और आगरा में दिखाई दिया है. मथुरा और आगरा में भी यमुना नदी रिकॉर्ड जल स्तर पर पहुंच गई है, जिससे दोनों जिलों के निचले इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए हैं. दोनों ही शहरों में अलर्ट घोषित किया गया है.
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