डीएनए हिंदी: दिल्ली सरकार (Delhi Government) का पता जल्द ही बदल जाएगा क्योंकि केजरीवाल सरकार दिल्ली के ITO इलाके में दो ट्विन टावर्स (Twin Towers) का निर्माण कराएगी. इस निर्माण के लिए जमीन का चयन कर लिया गया है और ये प्रोजेक्ट PWD विभाग के अंतर्गत आएगा. खास बात ये है कि इन्हीं इमारतों में दिल्ली के मुख्यमंत्री (Chief Minister) समेत राज्य के सभी मुख्य विभागीय अधिकारियों के दफ्तर भी होंगे.
जानकारी के मुताबिक दिल्ली सरकार द्वारा बनाए जाने वाले ट्विन टावर्स के लिए ITO पर जमीन का चयन भी कर लिया गया है. इसके लिए विकास भवन 1, एमएसओ भवन और जीएसटी भवन को तोड़ा जाएगा जिसके बाद इस पर दिल्ली सरकार के लिए ट्विन टावर्स खड़े किए जाएंगे. इन इमारतों के 30-25 मंजिला होने की संभावनाएं हैं. इसके लिए सलाहकारों की निविदाएं भी मांगी गईं हैं जिनकी मदद से नए ऑफिस कॉम्पलेक्स का मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा. गौरतलब है कि इस प्रोजेक्ट पर 2,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया है.
खबरों के अनुसार दिल्ली सरकार द्वारा बनाई जा रहीं इन दोनों ही ग्रीन इमारतों में सुविधाओं की बात करें तो इनमें पार्किंग की सुविधा होगी. इसके प्रत्येक कार्यालय के अपने सेमिनार रूम होंगे और 2000, 1000 और 500 लोगों की क्षमता वाला ऑडिटोरियम भी बनाया जाएगा. वहीं ये इमारतें Wifi की हाईस्पीड इंटरनेट सुविधा से पूरी तरह लैस भी होंगी.
इन सबके अलावा इसमें CCTV कंट्रोल सिस्टम, सब स्टेशन और सौर ऊर्जा से खपत के लिए सोलर पैनल की सुविधा तक उपलब्ध होने की संभावनाएं हैं. इसके अलावा इन इमारतों में लिफ्ट, एस्केलेटर, सेंट्रलाइज्ड एयर कंडीशनिंग सिस्टम, लाइब्रेरी और क्रेच जैसी तमाम सुविधाएं होंगी. केवल इतना ही नहीं, दिल्ली सरकार के इस नए दफ्तर में कैंटीन, कैफेटेरिया, फूड कोर्ट छोटा बाजार, जिम तक का होने की संभावनाएं हैं.
वहीं इन टॉवर्स में दफ्तरों की बात करें तो दिल्ली के मुख्यमंत्री, डिप्टी सीएम और पांचों मंत्रियों के दफ्तर यहीं होंगे. इसके अलावा दिल्ली के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी, प्रमुख सचिवों, सचिवों और उनके सहायक कर्मचारियों और दिल्ली सरकार के अन्य कार्यालय होंगे. वहीं दिल्ली के कई विभागों के मुख्य अधिकारियों के दफ्तर भी इन्हीं ट्विन टावर्स में होने की संभावनाएं हैं.