'ट्रायल के बिना ही हमेशा के लिए तो जेल में नहीं रख सकते' दिल्ली शराब घोटाले के इस आरोपी को दी सुप्रीम कोर्ट ने जमानत

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Dec 08, 2023, 10:20 PM IST

supreme court

Delhi Liquor Policy Case Updates: दिल्ली शराब नीति घोटाले में सुप्रीम कोर्ट ने एक शराब कंपनी के रीजनल जनरल मैनेजर को जमानत दी है, लेकिन उसका कमेंट इस घोटाले में जेल में बंद AAP नेता मनीष सिसोदिया और संजय सिंह के लिए भी अहम माना जा रहा है.

डीएनए हिंदी: Delhi Latest News- सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को दिल्ली शराब नीति घोटाले (Delhi liquor policy scam) के एक आरोपी को जमानत दे दी. जमानत देते समय टॉप कोर्ट ने एक ऐसा तर्क दिया है, जिसे इसी घोटाले में जेल में बंद चल रहे आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के नेताओं मनीष सिसोदिया और संजय सिंह के लिए भी अहम माना जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा, आप लोगों को बिना ट्रायल के लंबे समय तक जेल में बंद नहीं रख सकते. यह उचित बात नहीं है. टॉप कोर्ट के इस कमेंट के बाद माना जा रहा है कि दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और राज्य सभा सांसद संजय सिंह को भी जमानत मिलने की राह खुल जाएगी. ये दोनों नेता भी लंबे समय से जेल में बंद हैं और उनकी जमानत अर्जी बार-बार खारिज हो रही है.

वर्ल्ड की सबसे बड़ी शराब कंपनी में से एक के रीजनल जीएम को मिली जमानत

सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस एसवीएन भट्ट की बेंच ने शुक्रवार को बेनॉय बाबू की जमानत याचिका मंजूर कर दी. बेनॉय बाबू वर्ल्ड की सबसे बड़ी शराब कंपनियों में से एक पेर्नोद रिकार्ड इंडिया के रीजनल जनरल मैनेजर हैं और उन्हें भी दिल्ली शराब नीति घोटाले में आरोपी बनाया गया है. बेंच ने बेनॉय बाबू की जमानत मंजूर करते समय इस बात पर गौर किया कि वह पहले ही 13 महीने जेल में गुजार चुके हैं. साथ ही बेंच ने उनकी याचिका में दी गई तथ्यात्मक परिस्थितियों को भी उनकी जमानत का आधार माना है.

CBI और ED के आरोपों में अंतर पर लगाई फटकार

सुप्रीम कोर्ट बेंच ने इस बात पर भी फटकार लगाई है कि एक ही मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) के आरोपों में अंतर है. जस्टि संजीव खन्ना ने कहा, हम अब तक नहीं जानते की यह सब कैसे चल रहा है? सीबीआई जो आरोप लगा रहा है और ईडी जो आरोप लगा रही है, उनके बीच विरोधाभास प्रतीत होता है.

मनीष सिसोदिया फरवरी और संजय सिंह अक्टूबर से हैं जेल में

दिल्ली में शराब की दुकानें खोलने को लेकर बनाई गई नीति के जरिये घोटाला करने के आरोपों में बहुत सारे लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इनमें से कई गिरफ्तारियों को लेकर केंद्रीय सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी दलों के बीच बड़े पैमाने पर राजनीतिक विवाद की भी स्थिति बन चुकी है. खासतौर पर दिल्ली में सरकार चला रही AAP के नेताओं की गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित माना जा रहा है. AAP के दो सीनियर नेता दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री व पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और राज्य सभा सांसद संजय सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है, जबकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी जल्द गिरफ्तार करने की अफवाहें उड़ रही हैं. सिसोदिया इस साल फरवरी में और संजय अक्टूबर में गिरफ्तार किए गए थे और तभी से जेल की सलाखों के पीछे बंद हैं. दोनों की ही जमानत याचिका कई बार खारिज हो चुकी है. 

सुप्रीम कोर्ट ने सिसोदिया की जमानत कर दी थी खारिज

सुप्रीम कोर्ट ने भी 30 अक्टूबर को मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका खारिज कर दी थी. टॉप कोर्ट ने कहा था कि उनके खिलाफ शराब के थोक डीलर्स से 338 करोड़ रुपये की भारी-भरकम रकम लेने का आरोप अस्थायी रूप से सबूतों द्वारा साबित हो रहा है. सिसोदिया ने पिछले सप्ताह ही टॉप कोर्ट में इस आदेश के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल की है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.