डीएनए हिंदी : देश की राजधानी दिल्ली में हीट वेव(Heat Wave in Delhi) की समस्या बनी हुई है. गर्म हवाओं के इस दौर में शायद दिल्ली पर अगला संकट आने वाला है. दिल्ली में कुल 46 लाख बिजली उपभोक्ताओं को बिजली का संकट झेलना पड़ सकता है. दिल्ली में 68% उपभोक्ताओं को बिजली अधिकतर दो BSES संयंत्र से मिलती है. बाक़ी लोगों को बिजली की आपूर्ति टाटा पावर से होती है. पावर कट की समस्या BSES उपभोक्ताओं को हो सकती है.
दादरी स्टेज 2 पावर प्लांट की बिजली लेगा हरियाणा
दिल्ली में BSES के दोनों संयंत्रों को NTPC’s दादरी स्टेज 2 पावर प्लांट से 718 मेगावॉट मिलती है. एक अप्रैल से यह पावर प्लांट हरियाणा को 728 मेगावॉट बिजली देने जा रहा है. दिल्ली के पावर यूटिलिटीज से मिली जानकारियों के अनुसार सेन्ट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी ने दिल्ली सरकार को इस बाबत कोई पूर्व सूचना नहीं दी थी. गौरतलब है कि दिल्ली में गर्मियों में लगभग 7,323 मेगावॉट बिजली की ज़रूरत होती है. अनुमान है कि 2022 की गर्मियों में यह मांग लगभग 8,000 मेगावॉट तक हो सकती है.
सोमवार को इस बाबत जानकारी देते हुए पावर मिनिस्ट्री(Power Ministry) के सेक्रटरी राजा रामास्वामी ने कहा था कि दिल्ली के द्वारा दादरी स्टेशन 2 से उत्पादित बिजली को सरेंडर करने के बाद एनटीपीसी(NTPC) और हरियाणा सरकार की सहमति से तय किया गया है कि वहां से उपलब्ध 728 मेगावॉट बिजली को 01.04.2022 से 31.10.202 के बीच हरियाणा को दिया जाएगा. रामास्वामी ने अपनी बात सीईओ को लिखे ख़त में व्यक्त की थी.
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