Delhi Pollution: पाकिस्तानी हवा घोल रही दिल्ली की फिजां में जहर? शाम होते-होते चिंताजनक हुआ प्रदूषण, आनंद विहार में 400 के पार पहुंचा AQI

Written By कुलदीप पंवार | Updated: Oct 22, 2024, 09:05 PM IST

Delhi Pollution Updates: दिल्ली में सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (Delhi AQI) का स्तर 317 पर आंका गया था, जो शाम 4 बजे 327 पर पहुंच गया है. शाम 7 बजे आनंद विहार इलाके में प्रदूषण का स्तर 400 के पार यानी गंभीर स्तर पर पहुंच गया था.

Delhi Pollution Updates: दिल्ली-NCR की हवा दिवाली के पटाखों के जलने से पहले ही बेहद जहरीली हो गई है. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की हवा की क्वालिटी लगातार खराब होती जा रही है. मंगलवार सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (Delhi AQI) का स्तर 317 आंका गया था, जो शाम 4 बजे और ज्यादा खराब होते हुए 317 पर पहुंच गया और शाम 7 बजे आनंद विहार इलाके में 400 के पार यानी गंभीर स्तर पर पहुंच गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मानक के हिसाब से यह हवा की बेहद खराब क्वालिटी वाला स्तर है, जिसके और ज्यादा जहरीला होने की आशंका जताई गई है. एक खास बात और सामने आई है कि अब तक दिल्ली की हवा में जहर घोलने के लिए पंजाब-हरियाणा के खेतों में जल रही फसल की पराली ही जिम्मेदार मानी जा रही थी, लेकिन इसके पीछे पाकिस्तान से आ रही प्रदूषित हवा का भी हाथ सामने आया है. 

यह भी पढ़ें- Delhi Pollution: पंजाब से यूपी तक पराली जलाने पर केस, हरियाणा में 20 किसान गिरफ्तार और दर्जनों अधिकारी सस्पेंड, पढ़ें 5 पॉइंट्स

दिल्ली में कहां कितना पहुंच गया है प्रदूषण का स्तर

CPCB की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, मंगलवार शाम 4 बजे दिल्ली की हवा का AQI 327 पर था, जो बेहद खराब स्तर है, लेकिन शाम 7 बजे हवा और ज्यादा जहरीली हो गई थी. शाम 7 बजे आनंद विहार इलाके में Air Quality Index का स्तर 412 दर्ज किया गया, जबकि अशोक विहार में 353, आया नगर में 319, बवाना में 370, बुरारी क्रॉसिंग में 361, DTU में 307, द्वारका सेक्टर-8 में 332, IGI एयरपोर्ट पर 325, जहांगीरपुरी में 384, वजीरपुर में 356, विवेक विहार में 353 और सोनिया विहार इलाके में AQI लेवल 363 पर दर्ज किया गया है.

यहां पढ़ेंं- Delhi Pollution: दिल्ली की हवा हुई जानलेवा, तेजी से बढ़ रहा AQI, ग्रैप-II आज से लागू

पाकिस्तानी खेतों में जल रही जमकर पराली

पाकिस्तान के खेतों में जमकर पराली जलाई जा रही है. यह बात अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA के सैटेलाइट द्वारा लिए गए फोटोज में सामने आई है. सैटेलाइट इमेज में पाकिस्तान के पंजाब में खासतौर पर खेतों में फसलों को जलाए जाने के अवशेष बड़े पैमाने पर दिख रहे हैं. न्यूज18 की रिपोर्ट में हिसार के मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन के हवाले से दावा किया गया है कि पाकिस्तान में भारतीय पंजाब और हरियाणा से ज्यादा पराली जलाए जाने की बात इन फोटोज से साफतौर पर साबित हो रही है. पाकिस्तानी पंजाब से हवा भारत की तरफ बहती है. इसके चलते पाकिस्तानी पंजाब में जलाई जा रही पराली का सीधा असर उत्तर भारत की आबोहवा पर दिख रहा है. बता दें कि एक ही जैसी संस्कृति और खानपान के अलावा पाकिस्तानी पंजाब व भारतीय पंजाब-हरियाणा इलाके में खेती भी एक जैसी ही है. साथ ही एक जैसे ही खेती के तरीके सदियों से चले आ रहे हैं. इस कारण फसल की पराली को जलाने का सिस्टम केवल भारत में ही नहीं है बल्कि पाकिस्तानी पंजाब में भी यहां के जैसा ही है. 

यहां पढ़ें- Delhi की हवा हुई बेहद जहरीली, प्रदूषण से लोगों को सांस लेने में दिक्कत, खतरनाक लेवल पर पहुंचा AQI

लाहौर कल घोषित हुआ है दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर

अमृतसर से कुछ ही किलोमीटर दूर पाकिस्तानी पंजाब में मौजूद लाहौर शहर में प्रदूषण का स्तर 394 के पार पहुंच चुका है. लाहौर सोमवार को ही दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर घोषित किया गया है. इसका कारण पाकिस्तानी पंजाब में जलाई जा रही पराली को ही माना जा रहा है. लाहौर इतना प्रदूषित हो गया है कि पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज (Maryam Nawaz) की सरकार को वहां आर्टिफिशियल रेन कराने पर विचार करना पड़ रहा है. यह बात मंगलवार को पाकिस्तानी पंजाब की सूचना मंत्री अज्मा बुखारी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही है. इसके अलावा लाहौर में 'एंटी-स्मॉग स्क्वॉड' का भी गठन किया गया है, जो किसानों को पराली नहीं जलाने के लिए प्रेरित करेगा. 

यहां पढ़ें- Delhi Pollution: दिल्ली-NCR में खराब हवा के कारण GRAP-2 लागू, इन चीजों पर रहेगी रोक

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.