डीएनए हिंदी: Delhi News- देश की राजधानी दिल्ली में जहां एकतरफ हीटवेव के कारण 40 डिग्री तक पहुंच गया पारा बुरी तरह झुलसा रहा है, वहीं गर्मी से निजात दिलाने के लिए दो बूंद पीने के पानी का भयानक संकट पैदा होने से हाहाकर मच गया है. हालात ऐसे हैं कि राष्ट्रपति भवन समेत कई वीआईपी इलाकों में भी जल संकट पैदा हो गया है और विशेष इंतजाम करने पड़ रहे हैं. इसके लिए यमुना नदी से हरियाणा के रास्ते दिल्ली के लिए पानी लाने वाली मुनक नहर का करियर लाइन चैनल सोनीपत जिले के बड़वासनी गांव में क्षतिग्रस्त होने को जिम्मेदार बताया जा रहा है. इससे नई दिल्ली के साथ ही उत्तर और पश्चिमी दिल्ली में साफ पानी की सप्लाई प्रभावित हो गई है. दिल्ली जल बोर्ड (DJB) ने दावा किया है कि वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है, लेकिन एक अधिकारी के मुताबिक, राजधानी में अगले 2-3 दिन तक जल संकट देखने को मिल सकता है.
7 वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स हुए हैं प्रभावित
दिल्ली सीमा से 20 किलोमीटर दूर अपस्ट्रीम पर मौजूद मुनक नहर के करियर लाइन चैनल सोमवर को क्षतिग्रस्त हुआ है. दिल्ली जल बोर्ड के चेयरमैन व दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भी ट्विटर पर इस संकट के बारे में बताया है. भारद्वाज के मुताबिक, हरियाणा से दिल्ली के लिए पानी लाने वाली नहर खुबरू से काकरोई रेगुलेटर के बीच हरियाणा के सोनीपत में क्षतिग्रस्त हो गई है. इस नहर के क्षतिग्रस्त होने से दिल्ली जल बोर्ड के बवाना, द्वारका, नांगलोई, हैदरपुर, वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स को पानी की आपूर्ति प्रभावित हुई है.
30 लाख लोगों की जल सप्लाई हुई प्रभावित
भारद्वाज के मुताबिक, DJB इस नहर के पानी का ट्रीटमेंट करने के बाद नई दिल्ली, उत्तरी दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली के घरों में सप्लाई करता है. अब इन घरों में रहने वाले करीब 30 लाख लोगों की जल आपूर्ति पूरी तरह प्रभावित हो गई है या उन्हें नलों में बेहद लौ प्रेशर के साथ पानी मिल रहा है. भारद्वाज ने आगे कहा, हालांकि DJB पानी की राशनिंग का प्रयास कर रहा है, लेकिन इस भयंकर गर्मी में दिल्ली की बड़ी आबादी का असुविधा हो सकती है.
इन इलाकों में अगले 72 घंटे तक प्रभावित रहेगी जलापूर्ति
दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक, नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन, सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली हाई कोर्ट व कई देशों के दूतावासों समेत उत्तरी और पश्चिम दिल्ली के आवासीय इलाकों में जलापूर्ति प्रभावित होगी. यह किल्लत तब तक रहेगी, जब तक नहर की बाउंड्री की मरम्मत नहीं हो जाती. भारद्वाज के मुताबिक, नहर के क्षतिग्रस्त होने का मुद्दा हरियाणा सरकार के सामने उठाया गया है और CLC की मरम्मत का काम युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया है. हरियाणा सिंचाई विभाग ने नहर की मरम्मत में 48 से 72 घंटे का समय लगने की संभावना जताई है.
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