धरना, आंसू और बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग, जंतर मंतर पर न्याय की उम्मीद में बैठे पहलवान

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Apr 24, 2023, 12:11 AM IST

bajrang punia

WFI चीफ बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवान प्रदर्शन कर रहे हैं. DCW ने उन्हें नोटिस भेजा है. पुलिस इस केस की पड़ताल कर रही है.

डीएनए हिंदी: बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट सहित देश के कई दिग्गज रेसलर दिल्ली में जंतर मंतर पहुंचकर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के चीफ बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. पहलवानों का कहना है कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लगे आरोपों की जांच करने वाली निगरानी समिति की रिपोर्ट को अब सार्वजनिक कर दिया जाए.

ओलंपिक में इतिहास रच चुके कई पहलवानों की सामूहिक मांग है कि WFI चीफ के खिलाफ FIR दर्ज हो. दिल्ली पुलिस ने कहा कि पहलवानों ने 7 शिकायतों सौंपी हैं, जिसकी जांच की जा रही है. दिल्ली महिला आयोग (DCW) ने इस मामले में अब तक FIR दर्ज करने में फेल रहने पर पुलिस को नोटिस जारी किया था. 

बार-बार पहलवानों की मांग हो रही अनसुनी

साक्षी मलिक और रवि दहिया सहित देश के ओलंपिक चैंपियन पहलवानों ने जनवरी में भी इस मुद्दे को उठाया था, लेकिन केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ मैराथन बातचीत के बाद उनका तीन दिवसीय धरना समाप्त कर दिया था. अनुराग ठाकुर ने आरोपों की जांच के लिए दिग्गज मुक्केबाज एम सी मेरीकॉम की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय निरीक्षण समिति की घोषणा की थी. 

इसे भी पढ़ें- भद्दी गालियां, मेंटल टॉर्चर और यौन शोषण फिर भी चुप कुश्ती संघ, बृजभूषण यूं ही नहीं बने हैं खिलाड़ियों के लिए विलेन

DCW ने भेजा है दिल्ली पुलिस को नोटिस

दिल्ली महिला आयोग ने कहा कि उसे जानकारी मिली है कि पुलिस ने अभी तक इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं की है. आयोग ने कहा, 'शिकायतकर्ता ने आयोग को सूचित किया है कि एक नाबालिग सहित कई महिला पहलवानों ने आरोप लगाया है कि आरोपी व्यक्ति भारतीय कुश्ती महासंघ में अपने कार्यकाल के दौरान उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न के अपराध में शामिल रहा है. शिकायतकर्ता ने आयोग को यह भी बताया है कि इस संबंध में 21 अप्रैल को कनॉट प्लेस पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज कराई गई थी.'

क्या है दिल्ली पुलिस का रिएक्शन?

दिल्ली पुलिस का कहना है कि अब तक सात शिकायतें मिली हैं. कुछ शिकायतें दिल्ली से संबंधित हैं और कुछ दूसरे शहर से है. हम जांच कर रहे हैं. अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है.

क्या चाहते हैं देश के दिग्गज रेसलर?

वर्ल्ड चैंपियनशिप की में गोल्ड मेडल जीत चुकीं विनेश ने कहा, 'सरकारी समिति को अपनी रिपोर्ट पेश करने में कितना समय लगने वाला है. पहले ही तीन महीने हो चुके हैं और हम अब भी उनकी बात सुनने का इंतजार कर रहे हैं. क्या रिपोर्ट तब आएगी जब शिकायत दर्ज कराने वाली लड़कियों की मौत हो जाएगी?'

विनेश फोगाट ने कहा, 'हम सरकार से इस मामले में निष्कर्ष जारी करने के लिए कह कर थक चुके हैं. हमने कनॉट प्लेस के एक पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की है और चाहते हैं कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हो. हमारा WFI चुनाव प्रक्रिया से कोई लेना-देना नहीं है. हम अपने करियर को लेकर अधिक चिंतित हैं. पेरिस ओलंपिक करीब है और हम सही दिशा में तैयारी शुरू करना चाहते हैं.

ये भी पढ़ें: 38 साल के फाफ डुप्लेसी ने रच डाला नया कीर्तिमान, सचिन तेंदुलकर, क्रिस गेल जैसे दिग्गजों की लिस्ट में हुए शामिल

रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने कहा, 'हम जंतर-मंतर से नहीं हटेंगे.यह लड़ाई नहीं रुकेगी. लड़कियां समिति के सामने पेश हुई हैं, लेकिन रिपोर्ट नहीं आई है. महासंघ पहले की तरह चल रहा है, वह अपने राष्ट्रीय टूर्नामेंटों का आयोजन कर रहा है. तो क्या बदल गया है?'

साक्षी मलिक ने कहा, 'जब हमने पहली बार विरोध किया तो हमसे जो वादे किए गए थे, उनमें से एक भी पूरा नहीं किया गया. दो दिन पहले एक नाबालिग समेत सात लड़कियों ने कनॉट प्लेस थाने में शिकायत दर्ज कराई है. इसके बावजूद वे हमें गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, प्राथमिकी दर्ज नहीं कर रहे हैं. पता नहीं इस ढिलाई के पीछे कौन है, क्योंकि ऐसे संवेदनशील मुद्दों को तत्काल कार्रवाई होती है.'

बजरंग पूनिया ने कहा कि विरोध करने वाली महिला पहलवानों के साथ खड़ा होना उनका नैतिक कर्तव्य है. टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता ने कहा, 'अगर हम इनके साथ नहीं खड़े होंगे तो और कौन खड़ा होगा? भले ही मुझे उनकी खातिर अपनी जान कुर्बान करनी पड़े, मैं उस हद तक जाने को तैयार हूं.'

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे शीर्ष पहलवानों द्वारा जताई गई चिंताओं के समाधान के लिए केंद्रीय मंत्री  ठाकुर और स्मृति ईरानी को हस्तक्षेप करना चाहिए. NCP प्रवक्ता क्लाईड क्रास्टो ने कहा, 'अनुराग ठाकुर और स्मृति ईरानी को तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए और केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन काम करने वाली दिल्ली पुलिस से फौरन कार्रवाई करने को कहना चाहिए. अगर वे ऐसा नहीं कर सकते हैं, तो आम नागरिक क्या उम्मीद कर सकते हैं?'

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.