प्रचंड जीत के बावजूद OP Rajbhar को लुभाने में जुटी है BJP, इस नेता ने दिया खुला आमंत्रण

| Updated: Mar 21, 2022, 06:51 PM IST

ओपी राजभर को लेकर बीजेपी नेता ने कहा है कि जिस लिए राजभर ने पार्टी बनाई है उस उद्देश्य की पूर्ति केवल बीजेपी के जरिए ही होगी.

डीएनए हिंदी: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के सुप्रीमो ओपी राजभर (Om Prakash Rajbhar) सपा गठबंधन की हार के साथ ही काफी नाराज चल रहे हैं. ऐसे में यह चर्चाएं भी चल रही हैं कि राजभर ने बीजेपी (BJP) के दिग्गज नेता और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात भी की है. वहीं बीजेपी भी अंदर खाने राजभर को लुभाने के प्रयास कर रही है लेकिन इस बार बीजेपी उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह (Dayashankar Singh) ने राजभर को खुला ऑफर दिया है. 

खुले तौर पर दिया ऑफर

दरअसल, बीजेपी विधायक दयाशंकर सिंह ने कहा है कि ओम प्रकाश राजभर ने जिस उद्देश्य के तहत यह पार्टी बनाई थी उसकी पूर्ति  केवल भाजपा के साथ ही हो सकती है. उन्होंने खुले तौर पर राजभर को भाजपा में आने के लिए आमंत्रित किया है. दयाशंकर सिंह ने कहा, "राजभर ने जिन उद्देश्यों को लेकर दल की स्थापना की है, वह नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ ही पूरा कर सकते हैं. राजभर अति पिछड़े वर्ग एवं कमजोरों का मुद्दा उठाते हैं और बीजेपी समाज के कमजोर वर्ग को आगे बढ़ाने का कार्य करती है." 

सपा पर बोला बड़ा हमला

इसके साथ ही दयाशंकर सिंह ने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) पर तगड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा, "सपा जातिवादी पार्टी है और सपा उनके उद्देश्यों को कभी पूरा नहीं कर सकती. राजभर का सपा से गठबंधन लंबे समय तक नहीं चल सकता क्योंकि यह बेमेल गठबंधन है." बीजेपी उपाध्यक्ष ने कहा, "मैं लंबे समय से राजभर से बोल रहा हूं कि सपा के साथ वह गलत ट्रैक पर जा रहे हैं, सही ट्रैक पर आइये." 

गौरतलब है कि हाल ही ओपी राजभर को लेकर चर्चाएं थीं कि उन्होंने गुपचुप तरीके से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की है. वहीं इस मुलाकात की खबरों को ओपी राजभर ने खारिज कर दिया है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि वो सपा से गठबंधन नहीं तोड़ने वाले हैं और दावा किया कि अखिलेश के साथ उनका गठबंधन चलता रहेगा. 

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पूर्वांचल में बिगड़ा गणित

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में भाजपा ने एक बड़ी जीत हासिल करते हुए दूसरी बार सत्ता हासिल की है  जो कि ऐतिहासिक है.इसके बावजूद बीजेपी राजभर को लुभाने की कोशिश कर रही है.इसका एक बड़ा कारण यह है कि राजभर पूर्वांचल की राजनीति का एक बड़ा चेहरा हैं. भले ही इस बार उन्हें सफलता ना मिली हो लेकिन उनके समर्थन से पूर्वांचल में सपा को फायदा होता दिखा है. इसके चलते सपा ने पूर्वांचल में बीजेपी से ज्यादा सीटें जीतीं हैं. ऐसे में बीजेपी भविष्य के लिए राजभर को अपने साथ लाने के प्रयास कर रही हैं. 

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