डीएनए हिंदी: हरिद्वार 'धर्म संसद' में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में यति नरसिंहानंद को गिरफ्तार कर लिया गया है. हरिद्वार के सीओ सिटी ने कहा, महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के मामले में यति नरसिंहानंद को आज गिरफ्तार कर लिया गया है. उनके खिलाफ 2-3 मामले दर्ज हैं. वसीम रिजवी के बाद इस मामले में यह दूसरी गिरफ्तारी है.
इससे पहले उत्तराखंड पुलिस ने पिछले हफ्ते गुरुवार को हरिद्वार जिले के रुड़की से वसीम रिजवी को गिरफ्तार किया था. रिजवी की गिरफ्तारी के बाद ही उनपर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई थी. पुलिस ने दो अन्य आरोपी यति नरसिम्हानंद और साध्वी अन्नपूर्णा को पुलिस के सामने पेश होने के लिए नोटिस जारी किया था.
यति नरसिम्हानंद गाजियाबाद के डासना मंदिर के विवादास्पद पुजारी हैं, जिन्होंने हरिद्वार में धर्म संसद का आयोजन किया था. जबकि साध्वी अन्नपूर्णा उस कार्यक्रम में वक्ताओं में से एक थीं जहां कथित तौर पर विशेष धर्म के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिए गए थे.
हिंदू धर्म अपनाने के बाद अपना नाम बदलकर जितेंद्र नारायण त्यागी रखने वाले रिजवी मामले के संबंध में दर्ज प्राथमिकी में नामित 10 से अधिक लोगों में शामिल हैं. वह पूर्व में उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के प्रमुख थे. हरिद्वार धर्म संसद का आयोजन करने वाले यति नरसिंहानंद ने मामले में गिरफ्तार वसीम रिजवी की रिहाई की मांग को लेकर गंगा के तट पर भूख हड़ताल शुरू कर दी थी.
गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के प्रमुख यति नरसिंहानंद सरस्वती गुरुवार की शाम से ही हरिद्वार के हर की पौड़ी स्थित सर्वानंद घाट के एक पंडाल में अनुयायियों से घिरे सत्याग्रह पर बैठे थे. इसके बाद उन्हें देर शाम गिरफ्तार कर लिया गया.