डीएनए हिंदी: छत्तीसगढ़ कांग्रेस के दिग्गज नेता और सांसद धीर साहू मुश्किलों में हैं. उनके घर आयकर विभाग के छापे में अब तक 351 करोड़ रुपये कैश बरामद हो चुके हैं. उन्होंने कहा है कि यह कैश, उनकी शराब कंपनियों से संबंधित है, इसका कांग्रेस या किसी भी राजनीतिक दल से कोई लेना-देना नहीं है. छत्तीसगढ़ के इस धनकुबेर के घर कैश गिनने में मशीनें तक हांफ गई थीं.
झारखंड के सांसद ने शुक्रवार को ANI से बातचीत में कहा है, 'जो नकदी बरामद की गई है, वह मेरी शराब फर्मों से संबंधित है. यह शराब की बिक्री की कार्यवाही है. इस पैसे का कांग्रेस या किसी अन्य राजनीतिक दल से कोई लेना-देना नहीं है.'
कांग्रेस सांसद धीरज साहू ने कहा कि वह बिजनेस लाइन में नहीं है. यह नकदी उनके परिवार के सदस्यों की है. उनके परिवार के सदस्य ही कैश के बारे में अधिकारियों को जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि ये कैश, अलग-अलग फर्मों का है. उन्होंने कहा, 'पूरा पैसा मेरा नहीं है, यह मेरे परिवार और अन्य संबंधित फर्मों का है. आईटी ने अभी छापा मारा है. मैं हर चीज का हिसाब दूंगा.'
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क्या काला धन है बरामद कैश, पढ़ें सांसद का जवाब
बीजेपी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस सांसद के पास से बरामद कैश, काला धन है. धीरज साहू ने बचाव में कहा है कि उनके पैसे का स्रोत उनके परिवार द्वारा संचालित व्यावसायिक फर्मों से है. उन्होंने अपील की है कि लोग आयकर विभाग को यह तय करने दें कि जब्त की गई नकदी 'काला धन' है या 'सफेद धन.'
6 दिसंबर से ही जारी थी रेड
यह धीरज साहू की उनके परिसर से 'अब तक की सबसे बड़ी' नकदी बरामदगी के बाद पहली प्रतिक्रिया है. आयकर विभाग ने कुल 351 करोड़ रुपये से ज्यादा कैश बरामद किया था. कांग्रेस सांसद के परिवार के स्वामित्व वाली ओडिशा स्थित डिस्टिलरी फर्म और कुछ संबंधित संस्थाओं पर छापे मारे गए. तलाशी छह दिसंबर को शुरू हुई और शुक्रवार को खत्म हुई.
कांग्रेस-बीजेपी में चली जुबानी जंग
आयकर विभाग ने ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल में 30-34 परिसरों की तलाशी ली थी. इस ऑपरेशन के दौरान लगभग तीन किलोग्राम सोने के आभूषण भी जब्त किए गए हैं. बीजेपी इस कालेधन को लेकर कांग्रेस पर हमलावर है. वहीं कांग्रेस इस रेड से पल्ला झाड़ रही है.
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