कर्नाटक में सीएम पद को लेकर बुरा फंसता दिख रहा मामला, डीके शिवकुमार ने कैंसिल किया दिल्ली दौरा

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: May 15, 2023, 07:11 PM IST

कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार. (फोटो-PTI)

कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी के भीतर अब नया सियासी घमासान शुरू हुआ है. डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया दोनों सीएम पद के प्रबल दावेदार हैं. पढ़ें रवि त्रिपाठी की रिपोर्ट.

डीएनए हिंदी: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के ऑफर को कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने ठुकरा दिया है. अलाकमान की ओर से पेशकश की गई थी कि पहले 2 साल सिद्धारमैया मुख्यमंत्री बनें, बाद में 3 साल डीके शिवकुमार सीएम रहेंगे. सूत्रों के मुताबिक डीके शिवकुमार को यह ऑफर मंजूर नहीं हैं. दिल्ली से आए पर्यवेक्षकों ने डीके शिवकुमार को यह प्रस्ताव दिया था. अब उन्होंने इसे खारिज कर दिया. अब कांग्रेस अलाकमान की ओर से सीएम, डिप्टी सीएम और पार्टी अध्यक्ष के फॉर्मूले पर मंथन चल रहा है. कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, मंगलवार को इसका ऐलान हो सकता है. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि आज रात  विधायकों से बात करने वाले ऑब्जर्वर्स पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सौंपेंगे.

कर्नाटक के नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों ने रविवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को विधायक दल का नेता चुनने के लिए अधिकृत किया है. कांग्रेस विधायक दल (CLP) की रविवार बेंगलुरु में एक निजी होटल में हुई बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर पार्टी अध्यक्ष को विधायक दल का नेता चुनने का अधिकार दिया गया, जो कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री बनेगा. 

कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि सीएम पद के लिए कांग्रेस ने फॉर्मूला तैयार कर लिया है. शुरुआत के 2 साल सिद्धारमैया मुख्यमंत्री होंगे, वहीं 3 साल डीके शिवकुमार मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे. इस फॉर्मूले पर डीके शिवकुमार सहमत होंगे या नहीं, यह देखने वाली बात होगी. 

सीएलपी की बैठक में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और तीन केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने भी हिस्सा लिया. इससे पहले, कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ निवर्तमान विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया और कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शिवकुमार के साथ बैठक की. आइए जानते हैं कर्नाटक की राजनीति को लेकर देशभर में क्या हो रहा है- 

मुस्लिम सीएम चाहता है सुन्नी उलेमा बोर्ड

सुन्नी उलेमा बोर्ड के मुस्लिम नेताओं ने मांग की है कि कर्नाटक का डिप्टी सीएम मुस्लिम समुदाय से होना चाहिए. इसके साथ ही कहा कि 5 मुसलमान विधायकों को अच्छे पोर्टफोलियो के साथ मंत्री बनाया जाए


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अब मुख्यमंत्री चुनेंगे मल्लिकार्जुन खड़गे

बैठक में पारित एक पंक्ति के प्रस्ताव में कहा गया, 'कांग्रेस विधायक दल सर्वसम्मति से प्रस्ताव करता है कि कांग्रेस अध्यक्ष को पार्टी विधायक दल का नया नेता नियुक्त करने के लिए अधिकृत किया जाता है.' यह प्रस्ताव सिद्धरमैया ने पेश किया.

सीएलपी की बैठक के बाद कर्नाटक के कांग्रेस प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'विधायक आज रात केंद्रीय पर्यवेक्षकों से मिलेंगे और विधायक दल का नेता नियुक्त करने के फैसले के संबंध में पार्टी अध्यक्ष को उनके निर्णय से अवगत कराया जाएगा.'

कब मिलेगा कर्नाटक को नया मुख्यमंत्री?

केसी वेणुगोपाल ने कहा, 'सभी विधायकों की राय लेने की यह प्रक्रिया आज रात ही पूरी हो जाएगी.' सूत्रों ने कहा कि पर्यवेक्षक सोमवार तक सभी विधायकों से परामर्श कर खड़गे को अपनी रिपोर्ट सौंप देंगे. 

सीएम पद की रेस में कौन-कौन है शामिल?

पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष डीके शिवकुमार दोनों ही मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे हैं. अब गेंद कांग्रेस अध्यक्ष के पाले में है और दोनों वरिष्ठ नेतासिद्धरमैया और डीके शिवकुमार- मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी पहुंच सकते हैं. 

सोनिया, राहुल और मल्लिकार्जुन को तय करना है कर्नाटक का मुख्यमंत्री

दोनों नेताओं के कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी तथा खड़गे से मुलाकात करने की संभावना है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कर्नाटक में कांग्रेस विधायक दल का नेता चुनने के लिए वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे, जितेंद्र सिंह और दीपक बाबरिया को पर्यवेक्षक नियुक्त किया था. 

सीएलपी नेता का चुनाव करने के लिए कांग्रेस द्वारा अपनाई गई प्रक्रिया पर, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, 'यह आम सहमति पर पहुंचने का कांग्रेस का तरीका है, जो सभी को विश्वास दिलाता है कि उन्हें सुना गया है. कर्नाटक में जल्द ही सत्ता संभालने वाली नई कांग्रेस सरकार संवेदनशील, पारदर्शी, जवाबदेह और उत्तरदायी होगी.' 

सिद्धारमैया या डीके शिवकुमार, किसे नाराज करेगी कांग्रेस?

सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार दोनों पार्टी के सीनियर नेता हैं. दोनों कर्नाटक के प्रमुख चेहरे हैं. सिद्धारमैया जहां मुख्यमंत्री रह चुके हैं, वहीं डीके शिवकुमार कांग्रेस पार्टी के लिए हर बार संकट मोचक की भूमिका में रहे हैं. मध्यप्रदेश से लेकर राजस्थान और महाराष्ट्र में आए राजनीतिक संकट को अंतिम वक्त तक बचाने के लिए डीके शिवकुमार ने दिन-रात एक कर दिया था. अब देखने वाली बात यह है कि कांग्रेस, किसे नाराज करती है. दोनों के मन में सीएम बनने की महत्वाकांक्षा है.

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