डीएनए हिंदी: पूर्वोत्तर भारत में म्यांमार के रास्ते सीमा पारकर नशे की खेप लाने का सिलसिला लगातार जारी है. सुरक्षाबलों ने असम में साबुन की पेटियों में भरकर लाई जा रही करीब 12 करोड़ रुपये की नशे की खेप पकड़ी है. साथ ही पूर्वी मिजोरम में भी करीब 390 करोड़ रुपये कीमत की 39 लाख नशीली गोलियों की खेप बरामद की गई है. तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. इसे मिजोरम में नशे के तस्करों के खिलाफ आज तक की सबसे बड़ी कार्रवाई बताया जा रहा है.
आइजॉल से असम ला रहे थे साबुन की पेटियों में हेरोइन
असम के करीमगंज जिले में एक कार की तलाशी के दौरान हेरोइन की खेप मिली. करीमगंज पुलिस अधीक्षक पार्थ प्रीतम दास के मुताबिक, मिजोरम से नशे की खेप आने की जानकारी पर राताबाड़ थाना पुलिस ने वेटरबॉन्ड इलाके में चेक नाका लगाया था. इसी दौरान एक वाहन में साबुन की 121 पेटियां एक ड्रम में रखी मिलीं. शक होने पर उन्हें खोला गया तो उनमें करीब 12 करोड़ रुपये कीमत की 1.5 किलोग्राम हेरोइन भरी थी. यह हेरोइन आइजॉल से असम में सप्लाई की जा रही थी.
म्यांमार में गोलियां तैयार कराकर लाई जाती हैं मिजोरम
पूर्वी मिजोरम में म्यांमार सीमा से सटे चाम्फाई शहर के एक घर में मिली 39 लाख नशीली गोलियों की खेप बरामद करने के बाद कस्टम डिपार्टमेंट और असम राइफल्स दोनों हैरान हैं. चाम्फाई के रुआंतलांग इलाके के घर से 41 साल के एक अधेड़ को भी गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ में पता लगा है कि मेथम्फेटामाइन टैबलेट की यह खेप मिजोरम से नशीला पदार्थ म्यामांर भेजकर वहां तैयार कराई जाती है. इसके बाद इसे वापस मिजोरम लाकर सप्लाई किया जाता है.
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