डीएनए हिंदी : सहारा, 2 G स्कैम, CWG केस, एयरसेल मैक्सिस डील और INX मीडिया केस सरीखे हाई-प्रोफ़ाइल केस की जांच करने प्रवर्तन निदेशालय के संयुक्त निदेशक (Enforcement Directorate joint director) राजेश्वर सिंह ने स्वैच्छिक सेवानिवृति लेने के बाद सोमवार को पॉलिटिक्स जॉइन करने की घोषणा की. श्री सिंह ने बताया कि ED एजेंसी से उनकी स्वैच्छिक सेवानिवृति (voluntary retirement) की दरख़्वास्त वित्त मंत्रालय ने स्वीकार ली है.
श्री सिंह ने ट्ववीट करते हुए लिखा, "चौबीस साल के बाद अब यह कारवां रुकता है. इस अवसर पर मैं माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री श्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और प्रवर्तन निदेशालय के निदेशक एस के मिश्रा का शुक्रिया अदा करता हूँ."
भाजपा के टिकट पर लड़ सकते हैं चुनाव
उन्होंने कहा कि अब तक उन्होंने जो भी सीखा या जाना है उसका इस्तेमाल इस देश की जनता की सेवा और इसकी अखंडता बनाए रखने के लिए करेंगे. स्रोतों के अनुसार, श्री राजेश्वर सिंह उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से भाजपा (BJP) के टिकट के लिए कोशिशें कर रहे हैं.
2014 में भी श्री सिंह ने अमरोहा से भाजपा (BJP) की टिकट हासिल करने कोशिश की थी. ट्वीट के साथ संलग्नित खत में श्री सिंह ने लिखा है कि बचपन से वे अपने पिता और उत्तर प्रदेश पुलिस के पूर्व अधिकारी रण बहादुर सिंह के क़दमों पर चलना चाहते थे. और उन्हें हमेशा लगता है कि राष्ट्रवादी तरीके से ही देश की सेवा की जा सकती है.
लगातार ख़बरों में रहे हैं राजेश्वर सिंह
उत्तर प्रदेश सरकार में बतौर काउंटर स्पेशलिस्ट (Counter Specialist) काम कर चुके श्री सिंह ने 2007 में प्रवर्तन निदेशालय (ED) जॉइन किया था और 2014 में इसकी एजेंसी से जुड़े थे. राजेश्वर सिंह का नाम 2018 में सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा और एजेंसी के तत्कालीन स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के साथ हुई गहमा-गहमी में भी सामने आया था.
उस वक़्त श्री सिंह ने तत्कालीन राजस्व सचिव् हंसमुख अधिया को भी एक पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने राजस्व सचिव पर आरोप लगाया था कि उन्होंने सम्भवतः सिंह के प्रति दुश्मनी पाल ली है और घोटालेबाज़ों की तरफ हो गए हैं. यह पत्र तब बाहर आया था जब सिंह पर दुबई से आए एक ख़ास फ़ोन को लेकर आरोप लगे थे.
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