प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने FEMA के तहत एक जगह रेड क्या डाली, अधिकारियों की आंखें चौंक गए. फेमा के एक केस के तहत ईडी ने अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की और बेहिसाब नगदी बरामद की है. कंपनी एक ठिकाने पर रेड डाल रही थी तभी एक वॉशिंग मशीन पर अधिकारियों की नजर गई.
वॉशिंग मशीन में करोड़ों रुपये छिपाकर रखे गए थे. ED को तलाशी के दौरान 2.54 करोड़ रुपये मिले, जिसका एक हिस्सा वाशिंग मशीन में छिपा कर रखा गया था. ED ने कहा है कि कैपरीकोरनियान शिपिंग एंड लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ भी रेड डाली गई थी.
इसके निदेशकों विजय कुमार शुक्ला और संजय गोस्वामी और संबंधित कंपनियों के परिसरों में तलाशी ली गई. वहीं से ही ये बेहिसाब पैसे बरामद हुए हैं.
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किन कंपनियों पर ED ने लिया था एक्शन?
ED के मुताबिक इन कंपनियों में लक्ष्मीटन मैरीटाइम, हिंदुस्तान इंटरनेशनल, राजनंदिनी मेटल्स लिमिटेड, स्टवार्ट अलॉयज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, भाग्यनगर लिमिटेड, विनायक स्टील्स लिमिटेड, वशिष्ठ कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड भी शामिल हैं.
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ED ने संदीप गर्ग, विनोद केडिया और कई दूसरे लोगों से जुड़े परिसरों की तलाशी ली. ED ने यह नहीं बताया कि दिल्ली, हैदराबाद, मुंबई, कोलकाता, कुरुक्षेत्र की अलग-अलग जगहों पर कब तलाशी ली गई थी.
तलाशी के दौरान कितनी मिली संपत्ति?
यह भी पता नहीं चला है कि कहां वाशिंग मशीन में नकदी रखी गई थी जिसे जब्त किया गया है. तलाशी के दौरान, 2.54 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी मिली, जिसका एक हिस्सा वॉशिंग मशीन’ में छिपा कर रखा गया था. ईडी ने कहा कि कुल 47 बैंक खातों से लेन-देन पर भी रोक लगाई गई है. (इनपुट: भाषा)
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