डीएनए हिंदी: दिल्ली की आबकारी नीति (Delhi Excise Policy) घोटाला मामले में डिप्टी CM मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के घर सीबीआई (CBI Raid) की टीम ने शुक्रवार को 14 घंटे तक छापेमारी की. इस छापेमारी के दौरान सिसोदिया के घर से कुछ सीक्रेट डोक्यूमेंट्स जब्त किए गए हैं. इस मामले में सीबीआई ने तीन धाराओं में केस दर्ज किया है. उनमें 2 धाराएं प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत आती हैं. माना जा रहा है कि इस मामले में जल्द प्रवर्तन निदेशालय (ED) की एंट्री हो सकती है.
सीबीआई ने FIR में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत 15 लोगों को नामजद किया है, जबकि 16वें क्रमांक में अननोन पब्लिक सर्वेंट और प्राइवेट पर्सन का भी जिक्र है. यानी जांच एजेंसी इस मामले में आगे अन्य लोगों का नाम भी एफआईआर में जोड़ सकती है. सीबीआई की FIR इंडियन पीनल कोड (IPC) की धारा 120B, 477A और प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट 7 (PCA) तहत मामला दर्ज किया गया है. इनमें धारा 120B और प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट 7 के तहत ईडी जांच में शामिल हो सकती है. ये दोनों धाराएं PMLA के तहत शेड्यूल्ड ऑफेंस में आती हैं. ऐसे मामलों में ED कार्रवाई करती है.
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हर मामले में ED नहीं कर सकती जांच
हालांकि, कानून के जानकारों का कहना कि ईडी पीएमएलए के तहत आने वाले हर मामले में एक्शन नहीं ले सकती. अगर कोई अपराध होता है तो इंडियन पीनल कोड (IPC), अनलॉफुल एक्टिविटी प्रिवेंशन एक्ट (UAPA), आर्म्स एक्ट, कस्टम एक्ट और कंपनी एक्ट इस तरह के अलग-अलग कानूनों के तहत कार्रवाई होती है. इसी तरह PMLA के तहत भी अलग-अलग धाराएं होती हैं. इन धाराओं से जुड़ा अगर कोई केस है तो ईडी शामिल हो सकती है.
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बीजेपी ने सिसोदिया पर लगाए गंभीर आरोप
बता दें कि सीबीआई ने शुक्रवार को मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के आवास समेत दिल्ली-एनसीआर की 21 जगहों पर छापेमारी की. इसी मामले में दर्ज एक एफआईआर में सीबीआई (CBI) ने मनीष सिसोदिया समेत कुल 15 लोगों को नामजद किया. मनीष सिसोदिया के अलावा कई अधिकारियों के घरों पर भी छापेमारी की गई और सिसोदिया की गाड़ी की भी तलाशी ली गई. सीबीआई की इस कार्रवाई पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने कहा है कि चाहे कितनी भी कोशिश की जाए लेकिन शिक्षा और स्वास्थ्य पर मनीष सिसोदिया का काम नहीं रुकेगा. वहीं, बीजेपी का कहना है कि इस मामले में मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी तय है. बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने तो यहां तक आरोप लगाए हैं कि मनीष सिसोदिया ने इस मामले में तेलंगाना के एक होटल में जाकर डील की थी.
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