डीएनए हिंदीः उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले चुनाव (UP Assembly Election) के पहले बीजेपी हर वर्ग तक पहुंचने की पूरी कोशिश कर रही है. बीजेपी जानती है कि अगर उसे सत्ता में वापसी करनी है तो ब्राह्मण वोटों की नाराजगी को जल्द दूर करना होगा. लखनऊ से लेकर दिल्ली तक इसे लेकर मंथन किया जा रहा है. यूपी बीजेपी के प्रभारी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के दिल्ली आवास पर रविवार को आगामी चुनाव को लेकर ब्राह्मण नेता के साथ बैठक की गई. अब बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आज यानि सोमवार को बैठक बुलाई है. इस बैठक में आगामी चुनाव को लेकर ब्राह्मण समाज की नाराजगी को दूर करने के लिए बनाई गई रणनीति पर चर्चा होगी.
ब्राह्मण नेताओं को साधने पर जोर
चुनाव से पहले बीजेपी ब्राह्मण नेताओं की नाराजगी को दूर करने की पूरी कोशिश में है. इसके लिए दिल्ली में पूरी योजना बना ली गई है. रविवार को केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के दिल्ली आवास पर यूपी के ब्राह्मण नेताओं की बैठक में मंथन चला. इसमें ब्राह्मण नेताओं के सभी मुद्दों को लेकर चर्चा की गई. बैठक में यूपी के ब्राह्मण समाज के केंद्रीय मंत्री और सांसदों ने भी हिस्सा लिया. इस दौरान यूपी चुनाव में ब्राह्मणों को साधने के लिए बीजेपी एक कमेटी भी बनाई है. सभी नेता आज बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करेंगे.
बीजेपी की चिंता क्या?
दरअसल पिछले कुछ समय से ब्राह्मण नेताओं के बीजेपी से नाराजगी की खबरें सामने आ रही थीं. इसी को लेकर बीजेपी ने पार्टी नेताओं से फीडबैक लिया. इसमें पूर्वांचल में ब्राह्मणों की उपेक्षा की बात सामने आई. इसके अलावा ब्राह्मण वर्ग के लिए उत्तर प्रदेश सरकार में कोई विशेष काम नहीं किए जाने की बात रखी गई. इसी के बाद बीजेपी ने चुनाव मेंब्राह्मणों को साधने के लिए बीजेपी एक कमेटी भी बनाई है, सूत्रों की माने तो इसका जिम्मा पूर्वांचल से आने वाले ब्राह्मण नेता शिवप्रताप शुक्ल को सौंपी गई है. इसके अलावा कमेटी में अभिजात मिश्रा, बृजेश पाठक, अशोक बाजपेयी और अजय मिश्रा उर्फ टेनी को शामिल किया गया है.
नाराजगी दूर करने का ये बना प्लान
बैठक में तय किया गया कि सरकार की ओर से ब्राह्मणों के लिए किए गए कामों को लोगों तक पहुंचाया जाएगा. पार्टी के पदाधिकारी लोगों के बीच पहुंचेंगे. चुनाव से पहले सूबे की सभी विधानसभाओं के प्रतिष्ठित ब्राह्मण समाज के यहां जाकर बीजेपी के नेता उनका सम्मान करेंगे.