डीएनए हिंदी: अलवर गैंग रेप केस में चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है. नाबालिग मूक-बधिर से गैंग रेप नहीं हुआ था. यह हिट एंड रन केस है. हमारे सहयोगी चैनल जी न्यूज को इस बारे में एक्सक्लूसिव जानकारी मिली है. जोमैटो के एक ड्राइवर ने बच्ची को टक्कर मारने की बात पुलिस के सामने मान ली है.
CBI जांच से पहले हुआ बड़ा खुलासा
अब तक मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने 70 से ज्यादा जोमैटो ड्राइवरों से पूछताछ की है. इसमें एक ड्राइवर ने स्वीकार किया है कि उसने नाबालिग को टक्कर मारी थी. टक्कर के बाद पीड़िता उछलकर गिरी थी जिसकी वजह से उसे गंभीर चोटें आई थीं. हालांकि, पुलिस की ओर से अब तक इसकी पुष्टि नहीं की गई है. सूत्रों का कहना है कि पुलिस की ओर से जल्द ही बयान जारी किया जा सकता है.
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क्या है पूरा मामला
बता दें कि 11 जनवरी की रात को पुलिस को बेहद बुरी हालत में नाबालिग मिली थी. नाबालिग के प्राइवेट पार्ट से काफी खून बह रहा था. बच्ची की खराब हालत देखते हुए उसे जयपुर रेफर कर दिया गया था. इस घटना की रिपोर्ट आते ही सोशल मीडिया पर लोगों ने गुस्सा और दुख जाहिर करना शुरू कर दिया था. राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने विवाद बढ़ता देखकर घटना की सीबीआई जांच सौंपने पर सहमति दी थी. हालांकि, सीबीआई की जांच शुरू होने से पहले ही यह सनसनीखेज खुलासा हुआ है.
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राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू
अलवर की इस घटना पर बीजेपी के नेताओं ने प्रियंका गांधी और राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर खूब निशाना साधा था. यूपी के लिए कांग्रेस के कैंपेन, 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' को लेकर जुबानी तंज किए गए. बीजेपी नेता गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्विटर पर लिखा था कि लड़की हूं, लड़ सकती हूं का नारा देने वाले लोग अब कहां हैं?
इनपुट: शरद पुरोहित