डीएनए हिंदी: पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में करारी हार का सामना कर चुकी कांग्रेस ने रविवार शाम 4 बजे कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाई है. इस बैठक में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन पर मंथन होगा साथ ही कई अहम निर्णय लिए जा सकते हैं.
एक टीवी चैनल ने दावा किया था कि चुनाव में मिली हार पर नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी अपने पदों से इस्तीफा दे सकते हैं लेकिन कांग्रेस के वर्किंग कमेटी के सदस्य और महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा है कि अज्ञात स्रोतों के आधार पर कथित इस्तीफे की खबर पूरी तरह से अनुचित, शरारती और गलत है.
एक टीवी चैनल के लिए सत्तारूढ़ भाजपा के कहने पर काल्पनिक स्रोतों से निकलने वाली इस तरह की निराधार कहानियों को प्रसारित करना अनुचित है.
इस मीटिंग में कार्यसमिति के सदस्यों के अलावा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल होंगे. पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी दिल्ली में एआईसीसी कार्यालय में यह बैठक बुलाई है.
कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कल यानी रविवार को पार्टी की पार्लियामेंट्री स्ट्रैटजी ग्रुप की भी बैठक बुलाई है. यह बैठक कल सुबह साढ़े 10 बजे 10 जनपथ पर होगी. राहुल गांधी ने 2019 में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. तब से सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष के रूप में काम कर रही हैं.
जी 23 के नेताओंं की तैयारी
बैठक में कांग्रेस जी-23 के नेता पार्टी में सुधार की अपनी मांग को उठाने के लिए तैयार हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में गुलाम नबी आजाद के आवास पर मुलाकात की. बैठक में भूपेंद्र सिंह हुड्डा, मनीष तिवारी, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा और अखिलेश प्रसाद सिंह मौजूद थे. समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि जी-23 के कुछ अन्य सदस्य बैठक में शामिल हुए हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि बैठक के दौरान नेताओं ने कांग्रेस के आगे बढ़ने और पुनरुद्धार पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि नेताओं ने पार्टी के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए. उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व पर भी निराशा व्यक्त की.
बैठक में मौजूद कुछ नेताओं ने इस बात पर भी चिंता व्यक्त की कि असम, पश्चिम बंगाल, केरल और पुडुचेरी में विधानसभा चुनावों में अंतिम दौर की हार के बाद पार्टी के नुकसान का मूल्यांकन करने के लिए गठित समिति की रिपोर्ट पर भी चर्चा नहीं हुई.