Food Label Decoding: प्रोडक्ट लेते समय इन बातों पर जरूर दें ध्यान

| Updated: Jan 06, 2022, 05:16 PM IST

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स्वास्थ्य का ख्याल रखने के लिए सही प्रोडक्ट का चयन करना बेहद जरूरी है. प्रोडक्ट की पहचान उसपर लगे लेबल से की जा सकती है.

डीएनए हिंदी: पिछले कुछ समय से 100% नेचुरल प्रोडक्ट खाने की डिमांड बहुत बढ़ गई है. हर कोई अच्छी गुणवत्ता का प्रोडक्ट लेना चाहता है. राजौरी गार्डन स्थित बॉडी केयर क्लीनिक की आहार विशेषज्ञ डी.टी. सुकन्या (D.T. Sukanya, Dietitian) कहती हैं, "हमें किसी भी खाद्य पदार्थ को खरीदने से पहले उसके लेबल और उसपर लगे FSSAI चिन्ह की जांच जरूर करनी चाहिए. छोटे से छोटा सामान भी बिना लेबल देखे नहीं खरीदना चाहिए."

उन्होंने बताया, "हमें लेबल पर लिखी सामग्री और उसकी मात्रा पढ़कर ही प्रोडक्ट खरीदना चाहिए. जरूरी नहीं जो चीजें दिखने में स्वस्थ लगें, वह वास्तव में भी अच्छी हों."  वे आगे कहती हैं, "हम अकसर ब्राउन  ब्रेड को वाइट ब्रेड से अच्छा समझते हैं जबकि वास्तव में दोनों के बीच कोई अंतर नहीं है. इसके अलावा हमें processed और refined ingredients का इस्तेमाल करने से भी बचना चाहिए."

ऐसे चेक करें लेबल - 
लो फैट 
लेबल पर लो फैट पढ़कर हम सोचते हैं कि प्रोडक्ट लाभदायक होगा. वजन कम करने में भी मदद करेगा जबकि वास्तव में प्रोडक्ट को स्वादिष्ट बनाने के लिए processed sugar का इस्तेमाल किया गया होता है. लेबल पर लो फैट देखने के बजाय सामग्री और additives चेक करने चाहिए. 
 
मल्टीग्रेन
लेबल पर मल्टीग्रेन पढ़कर हमें लगता है कि प्रोडक्ट अनाज और फाइबर से भरपूर है. जबकि वास्तव में इसमें तीन या उससे अधिक अनाज होते हैं. यह refined अनाज भी हो सकता है. इसलिए लेबल पर 100 प्रतिशत अनाज और गेहूं पढ़कर ही प्रोडक्ट खरीदें. 

शुगर लेस
शुगर लेस पढ़कर हमें लगता है कि प्रोडक्ट में चीनी नहीं होगी. Carb की मात्रा भी कम होगी जबकि वास्तव में प्रोडक्ट में प्राकृतिक और कृत्रिम स्रोतों से मिठास डाली जाती है. शुगर लेस के बजाय हमें पैक पर कृत्रिम मिठास और चीनी की मात्रा देखनी चाहिए.

फलों से निर्मित
फलों से निर्मित पढ़कर हमें लगता है कि प्रोडक्ट असली फलों से बना है  जबकि वास्तव में सिर्फ processing के दौरान फलों का प्रयोग किया गया होता है. हमें 100 प्रतिशत असली फलों से निर्मित वाला लेबल देखकर ही प्रोडक्ट खरीदना चाहिए. 

शून्य ट्रांसफैट
शून्य ट्रांसफैट पढ़कर हमें लगता है कि प्रोडक्ट में ट्रांसफैट नहीं है जो हृदय के लिए स्वस्थ है. वास्तव में प्रोडक्ट में ट्रांसफैट होता है जिसका लिए अन्य नामों का इस्तेमाल किया गया होता है. हमेशा hydrogenated fat खरीदना चाहिए. उदाहरण के लिए मूंगफली का मक्खन और margarine.

ज्यादा प्रोटीन
ज्यादा प्रोटीन पढ़कर हमें प्रोडक्ट प्रोटीन से भरपूर लगता है जो मांसपेशियों के लिए फायदेमंद होता है जबकि वास्तव में प्रोटीन 100% प्रतिशत प्राकृतिक हो, ऐसा जरूरी नहीं होता है. इसके बजाय हमेशा प्राकृतिक प्रोटीन वाले प्रोडक्ट खरीदने चाहिए.