डीएनए हिंदी: Latest News in Hindi- अपने तल्ख अंदाज और बात को सटीक व स्पष्ट कहने के लिए मशहूर विदेश मंत्री एस. जयशंकर की जान को खतरा है. इस कारण उनका सुरक्षा घेरा पहले से ज्यादा मजबूत किया गया है. केंद्र सरकार ने इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की थ्रेट रिपोर्ट के आधार पर विदेश मंत्री को Z कैटेगरी का सिक्योरिटी कवर देने का फैसला लिया है. PTI के मुताबिक, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसका आदेश भी जारी कर दिया है. अब तक एस. जयशंकर को Y कैटेगरी सिक्योरिटी मिली हुई थी, जिसमें दिल्ली पुलिस के कमांडो उनकी सुरक्षा कर रहे थे. अब उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी CRPF के कमांडो करेंगे.
आक्रामक रुख के कारण जयशंकर के लिए बढ़ा खतरा
68 वर्षीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर किसी भी मुद्दे पर बिना लाग-लपेट के सीधी बात रखते हैं. हालिया सालों में विदेश नीति में उनका रुख आक्रामक रहा है. उन्होंने दूसरे देश से जुड़े भारतीय संबंधों पर तीखे अंदाज में अपनी बात रखी है. माना जा रहा है कि इस तीखे अंदाज के कारण उनके कई दुश्मन बन चुके हैं. इस कारण केंद्र सरकार ने उनके सुरक्षा घेरे को ज्यादा मजबूत बनाने का निर्णय लिया है. अब उन्हें CRPF का जेड सिक्योरिटी कवर दिया जाएगा, जो पहले से ही देश के 176 वीआईपी शख्सियतों को मिल रहा है.
क्या फर्क है Z और Y सिक्योरिटी में
जयशंकर को अब तक Y सिक्योरिटी कवर मिला हुआ था, जिसमें उनके साथ हर समय 11 सुरक्षाकर्मी रहते थे. इनमें 2 PSO और 2 कमांडो भी होते थे. Z सिक्योरिटी कवर में जयशंकर की सुरक्षा 16 से 22 सुरक्षाकर्मी 24 घंटे करेंगे. इनमें करीब 6 कमांडो भी शामिल रहेंगे. ये सभी सुरक्षाकर्मी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के होंगे.
PM को मिलने वाली SPG है सर्वोच्च, इसके बाद ये हैं सिक्योरिटी घेरे
भारत के प्रधानमंत्री का सुरक्षा घेरा सबसे ज्यादा सख्त होता है. यह 6 लेयर की सिक्योरिटी होती है. इसकी जिम्मेदारी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) संभालती है, जिसका गठन खासतौर पर प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए ही किया गया है. इसके बाद 5 तरह की सिक्योरिटी कैटेगरी हैं, जिनमें X, Y, Y+, Z और Z+ कैटेगरी शामिल है. X कैटेगरी की सिक्योरिटी सबसे शुरुआती होती है. इसमें किसी भी व्यक्ति को अधिकतम 2 सुरक्षाकर्मी दिए जाते हैं. इसके बाद Y सिक्योरिटी में 2 कमांडो व 2 PSO समेत 11 सुरक्षाकर्मी होते हैं. Y+ कैटेगरी में एस्कॉर्ट वाहन भी मिल जाता है. साथ ही आवास पर भी हर समय गार्ड कमांडर और चार सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाते हैं. Z कैटेगरी में 6 कमांडो समेत कुल 22 जवान सुरक्षा संभालते हैं. इसके बाद Z+ कैटेगरी की सुरक्षा पाने वाले को हर समय 58 सुरक्षाकर्मी घेरे रखते हैं. इनमें नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स (NSG) के 10 से ज्यादा कमांडो भी सामिल हैं. इस कैटेगरी को पाने वाला बुलेटप्रूफ कार में सफर करता है, जिसके आगे और पीछे 2 एस्कॉर्ट वाहन चलते हैं.
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