इंस्पेक्टर बनकर करता था वसूली, हड़पता था जमीन, ऐसे धरा गया जालसाज

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jul 20, 2023, 11:35 PM IST

प्रतीकात्मक तस्वीर.

बस का धंधा नहीं चला तो शख्स ने पुलिसिया रौब झाड़ने के लिए ऐसी कहानी रची, जिसके शिकार मासूम लोग हो गए. फर्जी इंस्पेक्टर ने अवैध उगाही से लाखों कमाए. जानिए इस महाठग की क्राइम कुंडली.

डीएनए हिंदी: गाजियाबाद पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली पुलिस के एक फर्जी सब इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है. आरोपी दिल्ली पुलिस की वर्दी पहनकर लोगों से अवैध वसूली करता था, जमीनों पर कब्जा करवाता था और इलाके में अपना दबदबा बनाकर रखता था. आरोपी पहले बस चलाता था.

जब आरोपी को घाटा हुआ तब उसने फर्जी इंस्पेक्टर बनकर धोखाधड़ी का काम शुरू कर दिया. आरोपी की पहचान योगेश कुमार शर्मा के रूप में हुई है. वह मूल रूप से शामली जिले में कंडेला गांव का रहने वाला है. फिलहाल, बागपत जिले के गोठरा गांव में रहता है.

बस का धंधा हुआ फेल तो बना 'इंस्पेक्टर'

आरोपी से दिल्ली पुलिस के सब इंस्पेक्टर की पांच वर्दी, शोल्डर बैज, बेल्ट, फर्जी आईकार्ड बरामद हुआ है. पुलिस ने बताया कि आरोपी योगेश शर्मा दसवीं पास है. पढ़ाई पूरी करने के बाद उसने ड्राइविंग सीखी और दिल्ली में प्राइवेट बस चलाने लगा. बस बंद हो गई तो योगेश ने दोस्त से पैसा उधार लिया और नई बस खरीदकर चलाने लगा. इस काम में फिर घाटा हो गया और वह उधार भी नहीं चुका सका, जिसके बाद योगेश भागकर हरिद्वार चला गया. वहां वो करीब तीन साल तक एक आश्रम में रहा.

इसे भी पढ़ें- बीरेन सिंह: ये हैं देश के सबसे चर्चित मुख्यमंत्री, जिनकी आंखों के सामने जलाया जा रहा मणिपुर

पत्नी ने छोड़ा साथ, बना महाठग

योगेश तीन साल बाद गाजियाबाद लौटा और इंदिरापुरम क्षेत्र में सहरावत की बस चलाने लगा.
गलत आदतों के कारण पत्नी ने भी योगेश का साथ छोड़ दिया. बागपत जिले के गांव गोठरा में रहने के दौरान योगेश के दिमाग में ठगी का आइडिया आया. उसने दिल्ली पुलिस की कई वर्दियां सिलवा ली. गांव में उसने खुद को दिल्ली पुलिस का सब इंस्पेक्टर बता दिया.

विवादित जगहों पर लोगों को धमाकर करता था उगाही

वह रोजाना मोटरसाइकिल लेकर सुबह ड्यूटी जाने के लिए कहकर निकलता था और गाजियाबाद के लोनी, ट्रोनिका सिटी, लोनी बॉर्डर क्षेत्र में विवादित जमीनों में डरा-धमकाकर लोगों से पैसा वसूलने लगा.

इसे भी पढ़ें- मणिपुर में महिलाओं के साथ भीड़ ने क्यों किया ऐसा घटिया काम, पढ़ें मामले से जुड़ी एक एक बात

तीन साल से चला रहा था ठगी का धंधा

पुलिस के मुताबिक, योगेश करीब तीन साल से ठगी कर रहा था. लोगों पर रौब जमाने के लिए उसने दिल्ली पुलिस सब इंस्पेक्टर का फर्जी आईकार्ड भी बनवाया हुआ था. पुलिस ने बताया कि योगेश इससे पहले 11 मार्च 2021 को भी जेल जा चुका है. (इनपुट: IANS)

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

ghaziabad police delhi police inspector Crime News