Positive News: आंखों की रोशनी गंवाने के बाद भी जयश्री ने नहीं मानी हार, ऐसे लाईं अपने जीवन में नया उजाला

| Updated: Feb 21, 2022, 12:07 AM IST

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जयश्री की मां अनामिका बताती हैं कि 13 साल की उम्र तक जयश्री की आंखें बिल्कुल ठीक थीं. वो आम बच्चों की तरह ही स्कूल जाती थी.

डीएनए हिंदी: कहते हैं भगवान इंसान से कोई शक्ति छीन लेता है तो उसे दूसरी शक्तियों से लैस कर देता है. कुछ ऐसी ही कहानी है बिहार की राजधानी पटना में रहने वाली जयश्री की. जयश्री की 13 साल की उम्र में अचानक एक बीमारी की वजह से आंखों की रोशनी चली गई थी. लेकिन इसके साथ ही जो हुनर जयश्री में खुद-ब-खुद आया वो काफी चौंकाने वाला था. 

12 भाषाओं में गाने गा सकती है जयश्री
जयश्री के हुनर से उसके परिवार वाले भी काफी खुश हैं और चाहते हैं कि जयश्री आगे बड़ी सिंगर बने. आम तौर पर एक भारतवासी अपने क्षेत्रीय भाषा के अलावा हिंदी और अंग्रेजी में गाने गुनगुना सकता है लेकिन 17 साल की जयश्री 12 भाषाओं में गाने गा सकती है. ऐसा जयश्री तब करने में सक्षम है जब उसकी आखें बीमारी की वजह से खराब हो चुकी हैं.

कैसे खराब हुईं जयश्री की आखें
जयश्री की मां एक अस्पताल में काम करती हैं. उसके पिताजी इंश्योरेंस कंपनी में कर्मचारी हैं. जयश्री की मां अनामिका बताती हैं कि 13 साल की उम्र तक जयश्री की आंखें बिल्कुल ठीक थीं. वो आम बच्चों की तरह ही स्कूल जाती थी. जयश्री ने अपनी आठवीं तक की पढ़ाई पूरी की है लेकिन अचानक साल 2018 में जयश्री के सर में दर्द होने लगा.

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अनामिका ने आगे बताया कि कई डाक्टरों से दिखाने के बाद भी सही इलाज नहीं हो पाया और धीरे-धीरे जयश्री की आंखे जवाब दे गईं. बाद में पता चला की जयश्री टीवीक्युलर मैनेंजायटिस बीमारी की शिकार हो चुकी है. जिस वजह से जयश्री को अब सिर्फ ब्लैक एंड व्हाइट में सिर्फ परछाई नजर आती है.

कैसे बढ़ा संगीत के प्रति प्रेम?
जयश्री की आंखें जाने के बाद परिवार वाले बेहद निराश हो गए थे. बाद में कोरोना के कारण लॉकडाउन की स्थिती आ गई. ऐसे में घर से बाहर निकलना भी मुश्किल था. इन्हीं दिनों जयश्री का रुझान संगीत की तरफ बढ़ा. जयश्री पहले भी गाने गुनगुनाती थी लेकिन लॉकडाउन के समय उसका संगीत के लिए प्यार बढ़ गया. जयश्री का इस काम में बखूबी साथ दिया उसकी छोटी बहन हर्षिता ने.

जयश्री की बहन कैसे करती है मदद?
जयश्री जिन भाषाओं में गाना गाती हैं उनमें हिंदी, अंग्रेजी, भोजपुरी, पंजाबी, हरियाणवी, बंगाली, गुजराती, फ्रेंच, स्पेनिश, अरेबिक तमिल और तेलगू शामिल है. सारी भाषाओं को समझने में जयश्री की छोटी बहन हर्षिता उसकी मदद करती हैं. दरअसल गाने से पहले हर्षिता जयश्री को गाने के हर बोल का मतलब गूगल में सर्च कर बताती है. जिससे गाने को लेकर जयश्री की समझ और बेहतर हो जाती है. हलांकि हर्षिता को अपनी दीदी की तरह गाना पसंद नहीं है. हर्षिता डांस आर्ट को पसंद करती है.

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संगीत में अपना भविष्य बनाना चाहती है जयश्री
जयश्री बताती हैं कि गाने से उनका लगाव बचपन से था लेकिन बाद में यह जुनून बन गया है. अब वो गाने में ही अपना भविष्य बनाने की तैयारी कर रही हैं. जयश्री सामूहिक रूप से होने वाले गीत संगीत कार्यक्रमों में शामिल होने भी जाती हैं. हलांकि उन्हें इस बात का जरा भी गम नहीं है कि अब वो साधारण बच्चों की तरह नहीं देख सकती हैं. लेकिन हालात ने उन्हें इतनी शक्ति जरूर दे दी है कि वो अपनी आवाज के बल पर दुनिया पर राज करने के सपने संजोने लगी हैं.

रिपोर्ट- आशुतोष चंद्रा