Jammu Kashmir में शांति नहीं, सिर्फ कब्रिस्तान जैसा सन्नाटा: अपनी पार्टी प्रमुख

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Feb 19, 2022, 08:15 PM IST

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Altaf Bukhari ने कहा कि विभिन्न पहलुओं पर विचार करते हुए कहा जा सकता है कि यह शांतिपूर्ण स्थिति नहीं, बल्कि कब्रिस्तान में सन्नाटे की तरह है.

डीएनए हिंदी: जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी के अध्यक्ष सैयद अल्ताफ बुखारी ने शनिवार को दावा किया कि जम्मू कश्मीर में शांति नहीं है, बल्कि ‘‘कब्रिस्तान का सन्नाटा’’ है. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर केंद्र शासित प्रदेश के संसाधनों को बाहरी लोगों को बेचने का आरोप लगाते हुए कहा कि लोकप्रिय सरकार बनने के बाद उन सबको जाना होगा.

उन्होंने भाजपा पर कश्मीरी प्रवासी पंडितों (Kashmiri Migrant Pandits) का इस्तेमाल अपने ‘‘चुनावी हथकंडे’’ के रूप में भी करने आरोप लगाया और कहा कि इससे पहले कि पार्टी लोगों को उनके स्थानों पर फिर से बसाना सुनिश्चित करे समुदाय के लोगों को अपने घरों में लौट जाना चाहिए.

पूर्व मंत्री बुखारी ने मीडिया से बातचीत में कहा, "जम्मू-कश्मीर में लोग चिंतित हैं क्योंकि (सरकार की) नीतियां उनके जीवन को दयनीय बना रही हैं, युवा परेशान हैं और उन्हें हथियार उठाने या मादक पदार्थ लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है."

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अपने सहयोगियों और पूर्व मंत्रियों गुलाम हसन मीर, उस्मान मजीद और दिलावर मीर के साथ जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि 10 लाख से अधिक लोग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से खनन क्षेत्र से जुड़े हुए हैं, लेकिन बाहर के ठेकेदारों को अनुबंध दिया गया.

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उन्होंने कहा, "ये हमारे संसाधन हैं और जम्मू कश्मीर के लोगों के लिए आरक्षित होने चाहिए. जब एक लोकप्रिय सरकार होगी, तो उन सभी को यहां से जाना होगा." उन्होंने घाटी में कश्मीरी पंडितों को फिर से बसाने में कथित विफलता के लिए भाजपा पर हमला किया और कहा, "सरकार उन्हें पोस्टर और बैनर की तरह चुनावी सामग्री के रूप में इस्तेमाल कर रही है."

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