गुरु पर्व पर PM Modi ने याद किया सिख गुरुओं का बलिदान, 'औरंगजेब से लड़े, कट्टरता से लड़ना सिखाया'

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Dec 25, 2021, 02:57 PM IST

PM Modi

पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरु पर्व के मौके पर सिख गुरुओं के बलिदान को याद किया. उन्होंने कहा कि गुरुओं ने बलिदान और पराक्रम से अखंड भारत की नींव रखी.

डीएनए हिंदी: कच्छ के लखपत साहिब में पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर  सिखों के शौर्य और बलिदान को याद किया. इस मौके पर पीएम ने अपने संबोधन के जरिए सिख समुदाय को बड़ा संदेश देने की कोशिश की. साथ ही, सिखों के पराक्रम और सेवा भाव का जिक्र कर अपना सम्मान भी जताया. 

सिख गुरुओं को बताया आजादी और एकता का सिपाही
पीएम मोदी ने कहा, 'हमारे गुरुओं का योगदान केवल समाज और आध्यात्म तक ही सीमित नहीं है. हमारा राष्ट्र, राष्ट्र का चिंतन, राष्ट्र की आस्था और अखंडता अगर आज सुरक्षित है, तो उसके भी मूल में सिख गुरुओं की महान तपस्या है.' पीएम मोदी ने इस मौके पर यह भी कहा कि गुरु नानक देव जी और उनके बाद हमारे अलग-अलग गुरुओं ने भारत की चेतना को तो प्रज्वलित रखा ही, भारत को भी सुरक्षित रखने का मार्ग बनाया.

औरंगजेब का हवाला दे गुरु तेग बहादुर को नमन
पीएम मोदी ने इस मौके पर गुरु तेग बहादुर के बलिदान को भी याद किया. उन्होंने कहा, 'औरंगज़ेब के खिलाफ गुरु तेग बहादुर का पराक्रम और उनका बलिदान हमें सिखाता है कि आतंक और मजहबी कट्टरता से देश कैसे लड़ता है. इसी तरह, दशम गुरु, गुरुगोबिन्द सिंह साहिब का जीवन भी पग-पग पर तप और बलिदान का एक जीता जागता उदाहरण है.'

विदेशों में भी चर्चित है सिखों का सेवा भाव 
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ही नहीं दुनिया भर में सिखों के सेवा भाव की मिसाल दी जाती है. पीएम ने कहा, 'अंग्रेजों के शासन में भी हमारे सिख भाइयों बहनों ने जिस वीरता के साथ देश की आज़ादी के लिए संघर्ष किया था. हमारा आज़ादी का संग्राम, जलियांवाला बाग की वो धरती, आज भी उन बलिदानों की साक्षी है.'

सिखों के बलिदान-पराक्रम को याद कर दिया संदेश 
बता दें कि हाल ही में केंद्र सरकार ने तीनों विवादित कृषि कानून वापस लिए हैं. अगले साल पंजाब में विधानसभा चुनाव भी हैं. ऐसे में सिखों के बलिदान और पराक्रम के जरिए पीएम मोदी ने बड़ी राजनीतिक मिसाल भी कायम की है. 

पीएम मोदी गुरु पर्व सिखों के चौथे गुरु रामदास