डीएनए हिंदी: वाराणसी के श्रृंगार गौरी विवाद में ज्ञानवापी मस्जिद का लगातार दूसरे दिन सर्वे किया गया. सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक सर्वे की कार्रवाही की गई. हालांकि टीम इसके बाद भी परिसर में मौजूद रही. कुछ कागजी कार्रवाई पूरी की जा रही है. दूसरे दिन सर्वे के दौरान एक तालाब को लेकर विवाद भी सामने आया. सर्वे के दौरान मस्जिद में वजूखाने के पास तालाब पर विवाद हो गया. हिंदू पक्ष ने तालाब का पानी निकालने की मांग की. वहीं मस्जिद कमेटी ने पानी निकालने का विरोध किया.
गुंबद के पार दीवार पर दिखे हिंदू चिन्ह- हिंदू पक्ष
सर्वे के बाद हिंदू पक्ष की ओर से दावा किया जा रहा है कि गुंबद की तरफ सर्वे के दौरान एक दीवार जिस पर हिन्दू परंपरा के आकार दिख रहे हैं. उन्होंने बताया कि वहां संगमरमर दिख रहा है, उसे सफेद चूने से रंग गया है. टीम ने इन सभी की वीडियोग्राफी की है. टीम को अंदर एक मिट्टी का ढेर भी मिला है जिसे सफेद चूने से रंगा गया है. हिंदू पक्ष ने यह भी दावा किया है कि लिंगायत समाज में काशी में लिंग दान का प्रचलन है, तहखाने में उस परम्परा के टूटे लिंग मिले हैं. जानकारी के मुताबिक सर्वे का काम अब पूरा हो गया है. अब सर्वे का ड्राफ्ट तैयार किया गया. उसके बाद सभी पक्षकारों के दस्तखत कराए गए.
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हिंदू पक्ष ने किया यह दावा
इससे पहले शनिवार को सर्वे के बाद विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह बिसेन ने मीडिया से बाचतीच में कहा कि वहां कल्पना से बहुत कुछ ज्यादा देखने को मिला है. जितेंद्र सिंह बिसेन ने कहा कि सर्वे के दौरान कुछ ताले खोले गए और कुछ तोड़ने पड़े. अभी वहां सर्वे के लिए बहुत कुछ है. उन्होंने कहा कि वहां मेरी नहीं, हम सबकी कल्पना से भी अधिक बहुत कुछ है.जितेंद्र सिंह बिसेन ने कहा कि हम सभी बातें मीडिया में नहीं बता सकते.
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