Gyanvapi row: देवबंद में एक हुए मुस्लिम संगठन, ज्ञानवापी पर चल रहा मंथन

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:May 28, 2022, 02:47 PM IST

देवबंद में हो रही है मुस्लिम संगठनों की बैठक.

ज्ञानवापी पर देशभर में नई बहस छिड़ी है. देवबंद में दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. ज्ञानवापी मुद्दे पर चर्चा हो रही है.

डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश के देवबंद में ज्ञानवापी विवाद पर मुस्लिम संगठन बैठक कर रहे हैं.बैठक में ज्ञानवापी पर चल रही सियासत और तेज हो सकती है. देश के प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत-उलेमा-ए-हिंदी ने कहा है कि देश में साम्प्रदायिकता बढ़ रही है जिस पर चिंता करने की जरूरत है.

जमीयत उलेमा का कहना है कि सार्वजनिक  सभाओं में अल्पसख्यकों के खिलाफ कटुता फैलाने वाली बातें की जा रही हैं लेकिन सरकार ने इस ओर आंखें मूंदी हुई हैं. मुस्लिम संगठन ने यह भी आरोप लगाया कि देश के बहुसंख्यक समुदाय के दिमाग में भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार के संरक्षण में ज़हर घोला जा रहा है.

Gyanvapi Case: क्या है ऑर्डर 7 रूल नंबर 11? कोर्ट आज तय करेगा मामला सुनवाई योग्य है या नहीं

'छद्म राष्ट्रवाद के नाम पर तोड़ रहे राष्ट्रीय एकता'

जमीयत ने दावा किया कि 'छद्म राष्ट्रवाद' के नाम पर राष्ट्र की एकता को तोड़ा जा रहा है, जो ना सिर्फ मुसलमानों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए बेहद खतरनाक है. उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद में जमीयत-उलेमा-ए-हिंद की मज्लिसे मुंतज़िमा की बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया है. 

क्या है केंद्र सरकार से मुस्लिम संगठनों की अपील?

प्रस्ताव में केंद्र सरकार से ऐसी गतिविधियों पर तुरंत रोक लगाने का आग्रह किया गया है जो लोकतंत्र, न्यायप्रियता और नागरिकों के बीच समानता के सिद्धांतों के खिलाफ हों. प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि ऐसे लोगों को बैन किया जाए जो इस्लाम औरमुसलमानों के प्रति नफरत फैलाएं. 

ज्ञानवापी केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में ट्रांसफर, नई याचिकाओं की जल्द होगी सुनवाई

देश में नफरत फैलाने वाले हैं गद्दार

जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी ने देश में नफरत फैलाने वालों को देश का दुश्मन और गद्दार बताया साथ ही नफरत को मोहब्बत से ख़त्म करने का लोगों को पैगाम दिया. उन्होंने कहा, 'बहुमत उन लोगों का नहीं है जो नफरत के पुजारी हैं और अगर हम उनके उकसावे में आकर उसी लहजे में जवाब देंगे तो वे अपने मकसद में कामयाब हो जाएंगे.'

Shri Krishna Janmabhoomi: शाही ईदगाह मस्जिद हटाने की याचिका पर आज होगी सुनवाई

मदनी ने कहा, 'देश में नफरत की दुकान चलाने वाले मुल्क के दुश्मन हैं, गद्दार हैं. नफरत का जवाब कभी भी नफरत से नहीं दिया जाता बल्कि मोहब्बत से दिया जाता.' (इनपुट- भाषा)

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Deoband common civil code Gyanvapi Case