Haldwani Violence: कौन है हल्द्वानी को सुलगा देने वाला अब्दुल मलिक, जिसकी उल्टी गिनती धामी सरकार ने की चालू

Written By कुलदीप पंवार | Updated: Feb 10, 2024, 08:13 AM IST

Haldwani में दंगाइयों की हिंसा का शिकार हुए वाहन. (फोटो- PTI)

Haldwani News Updates: उत्तराखंड के हल्द्वानी में दो दिन पहले मदरसे की आड़ में सरकारी जमीन पर किए अतिक्रमण को हटाने के दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई है. 

Uttarakhand News in Hindi: उत्तराखंड के हल्द्वानी (Haldwani) में हुए हिंसा को लेकर राज्य सरकार ने सख्त रुख अपना लिया है. मदरसे की आड़ में सरकारी जमीन कब्जाने के लिए पूरे शहर को दंगे में झोंकने वाले लोगों की पहचान कर उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई करने का ऐलान कर दिया गया है. इसमें सबसे बड़े गुनाहगार के तौर पर अब्दुल मलिक का नाम सामने आ रहा है, जो दो दिन पहले हल्द्वानी के बनभूलपुरा में मदरसे का अतिक्रमण हटाने के विरोध की आड़ में हिंसा की साजिश रचने का मास्टरमाइंड माना जा रहा है. इस हिंसा में 6 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 100 से ज्यादा लोग अब भी अस्पताल में हैं. सूत्रों के मुताबिक, सरकारी जमीनों की खरीद फरोख्त में लगे रहने वाले अब्दुल मलिक (Who is Abdul Malik) के खिलाफ NSA की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. 

हिंसा का कारण बना अतिक्रमण अब्दुल मलिक ने किया

अब्दुल मलिक ने बनभूलपुरा इलाके में सरकारी जमीन पर मस्जिद और मदरसा बना रखा है. वह इस जमीन को खरीदने का दावा करता है, जबकि ये नजूल की जमीन है. नजूल की जमीन सरकार की संपत्ति होती है, जिसे खरीदा या बेचा नहीं जा सकता. हल्द्वानी नगर निगम ने इसी मस्जिद-मदरसे को सरकारी जमीन से हटाने के लिए मलिक को नोटिस दिया था. नोटिस में स्पष्ट कहा गया था कि यदि मलिक खुद अतिक्रमण नहीं हटाता है तो नजूल भूमि कानून 2009 और 2021 के साथ ही नगर निगम अधिनियम 1959 के प्रावधानों के तहत निगम का अतिक्रमण हटाओ दस्ता कार्रवाई करके खुद अवैध कब्जा हटाएगा. 

मलिक बना रहा था कार्रवाई रोकने का दबाव

Zee News की रिपोर्ट के मुताबिक, अब्दुल मलिक मस्जिद-मदरसे को गिराने की कार्रवाई रोकने के लिए नगर निगम अधिकारियों पर दबाव बना रहा था. इसके लिए उसने अपने मजहब के बहुत सारे लोगों के साथ निगम दफ्तर पहुंचकर कार्रवाई होने की स्थिति में दंगा होने की खुली चेतावनी भी दे दी थी. इसके बाद जब निगम टीम जेसीबी और पुलिस के साथ अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची तो मजहबी भीड़ को दंगे के लिए उकसाने में भी मलिक की ही भूमिका सामने आई है. बताया जा रहा है कि मलिक ने ही पहले से भीड़ में अपने लोगों को पेट्रोल बमों और पत्थरों के साथ तैनात कर रखा था. पुलिस के एक्शन लेने पर बुर्काधारी महिलाओं को आगे करने की रणनीति भी उसकी ही थी. गुरुवार शाम 4 बजे से लेकर रात 11 बजे तक चली हिंसा में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जमकर हिंसा की थी और बनभूलपुरा थाने में भी आग लगा दी थी. इसके बाद मलिक फरार हो गया था और अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगा है.

सीएम धामी ने कहा, 'एक-एक दंगाई की होगी पहचान'

उत्तराखंड (Uttarakhand) के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने हल्द्वानी में हिंसा में घायल लोगों से मुलाकात के बाद एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट की, जिसमें उन्होंने लिखा कि एक-एक दंगाई की पहचान कर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा, अधिकारियों के साथ हाई लेवल बैठक कर हालात की समीक्षा की गई है. हर दंगाई के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होगी. पुलिस से साफ कहा गया है कि दंगाइयों से सख्ती से निपटा जाए. एक-एक दंगाई की पहचान की जा रही है. शांति बिगाड़ने वाले किसी दंगाई को नहीं बख्शेंगे. इससे पहले घायलों से मुलाकात के दौरान भी उन्होंने कहा था कि अतिक्रमण हटा रही सरकारी टीम पर सुनियोजित तरीके से हमला किया गया. देवभूमि की फिजा खराब करने की कोशिश की गई है. जिसने भी ये गलत काम किया है, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी.

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