डीएनए हिंदी: हरिद्वार की सेशन कोर्ट ने सोमवार को हरिद्वार धर्म संसद मामले के आरोपी यति नरसिंहानंद को जमानत दे दी है. नरसिंहानंद को फिलहाल जेल में ही रहना होगा. उन पर एक धर्म विशेष की महिलाओं पर आपत्तिजनक बयान देने के लिए भी केस चल रहा है. उन पर हरिद्वार में आयोजित एक धर्म संसद कार्यक्रम में मुसलमानों के नरसंहार का आह्वान करने का आरोप है. इस धर्म संसद का आयोजन भी नरसिंहानंद ने किया था.
हेट स्पीच मामले में जेल में हैं नरसिंहानंद
बता दें कि हरिद्वार धर्म संसद के दौरान हेट स्पीच से लिए नरसिंहानंद के साथ वसीम रिजवी उर्फ जितेन्द्र नारायण सिंह त्यागी जेल में हैं. नरसिंहानंद की जमानत का आदेश हरिद्वार सेशन कोर्ट के जज भारत भूषण पांडे ने दिया है.
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कोर्ट ने जमानत के साथ रखी हैं शर्तें
सेशन कोर्ट ने जमानत आवेदन की अनुमति ₹50,000 की दो जमानत और समान राशि के व्यक्तिगत बॉन्ड भरने के आदेश के बाद दी है. कोर्ट ने जमानत के साथ कुछ शर्तें भी रखी हैं. कोर्ट ने उन्हें वचन पत्र दाखिल करने का आदेश दिया है कि वह किसी भी तरह के भड़काऊ और सद्भाव बिगाड़ने वाले भाषण नहीं देंगे. साथ ही, वचन पत्र में यह भी शामिल करना होगा कि वह सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने वाले किसी कार्यक्रम का भी हिस्सा नहीं होंगे.
कौन हैं यति नरसिंहानंद
यति नरसिम्हानंद गाजियाबाद के डासना मंदिर के विवादास्पद पुजारी हैं, जिन्होंने हरिद्वार में धर्म संसद का आयोजन किया था. उन पर धर्म संसद में मुसलमानों के नरसंहार की बात कहने और भड़काऊ भाषण देने का आरोप है.