Haryana Assembly Elections 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) का भाजपा और दूसरे विपक्षी दलों JJP व INLD के सामने मिलकर उतरना तय हो गया है. दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे पर सहमति बन गई है. लेकिन इसकी औपचारिक घोषणा सोमवार को होने के आसार हैं. दोनों पार्टी 4+1 के फॉर्मूले के तहत सीट बंटवारे पर तैयार हो गई हैं. यह फॉर्मूला कांग्रेस नेतृत्व ने आप नेताओं के सामने रखा था, जिस पर पहले आप सहमत नहीं लग रही थी. हालांकि दोनों पार्टियों के गठबंधन की खबर के बीच आप के अंदर विरोध के सुर भी सामने आए हैं. आप के वरिष्ठ नेता व विधायक सोमनाथ भारती ने इस गठबंधन को बेमेल जोड़ बताते हुए पार्टी प्रबंधन को इससे दूर रहने की सलाह दी है. इससे पहले हरियाणा कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने भी इस गठबंधन की खिलाफत की थी, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी शामिल हैं.
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शनिवार रात हुई मीटिंग में बनी सहमति
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन पर सहमति शनिवार देर रात उस मीटिंग में बनी है, जिसमें आप के राज्य सभा सांसद राघव चड्ढा और कांग्रेस के हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया ने आपस में सीट बंटवारे पर चर्चा की थी. हालांकि दीपक बाबरिया या राघव चड्ढा में से, किसी भी नेता ने साफतौर पर इसे लेकर कुछ नहीं कहा है. दीपक बाबरिया ने कहा,'गठबंधन पर फैसला हो जाएगा. आप को अच्छी संख्या में सीटें दी जा रही हैं.' चड्ढा ने भी कहा,'कांग्रेस के साथ अच्छी बातचीत हुई है. जल्द ही गठबंधन को अंतिम रूप मिल जाएगा. उम्मीद पर दुनिया कायम है. बस इतना कहूंगा कि आरजू भी है, हसरत भी है और उम्मीद भी है.' हालांकि दोनों पार्टियों के सूत्रों का दावा है कि आप और कांग्रेस 9 सितंबर यानी सोमवार को जॉइंट कॉन्फ्रेंस करेंगे और उसी में इस गठबंधन की घोषणा की जाएगी.
क्या है सीट बंटवारे का 4+1 फॉर्मूला
कांग्रेस ने आप को हरियाणा विधानसभा की 90 में से कुल 5 सीट पर चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है. इसे ही 4+1 फॉर्मूला कहा जा रहा है. इसे यह नाम इस कारण मिला है, क्योंकि इसमें चार सीट वे हैं, जिन पर कुरुक्षेत्र लोकसभा चुनाव में आप-कांग्रेस के जॉइंट कैंडिडेट के तौर पर उतरे डॉ. सुशील गुप्ता ने बाकी दलों पर बढ़त बनाई थी यानी इन चार विधानसभा सीट पर लोकसभा चुनाव में वे जीते थे, लेकिन बाकी सीटों पर हार गए थे. इन चार सीट के अलावा एक सीट और कांग्रेस की तरफ से आप को दी जाएगी. हालांकि आप की तरफ से कांग्रेस से कम से कम 10 सीट मांगी जा रही थी. इसके चलते ही गठबंधन की बात 3 बार आपसी मीटिंग के बावजूद फाइनल नहीं हो सकी थी. कांग्रेस के 32 उम्मीदवार घोषित हो चुके हैं. बाकी बची 58 सीट में से आप को 5 सीट का ऑफर दिया गया है.
आप लगातार दिखा रही है कांग्रेस को तेवर
आप के वरिष्ठ नेता भले ही कांग्रेस के साथ हरियाणा में गठबंधन करने के लिए उत्सुक हैं, लेकिन उसकी तरफ से कांग्रेस को लगातार तेवर भी दिखाए जा रहे हैं. आप के राज्य सभा सांसद और राष्ट्रीय सचिव संदीप पाठक ने कहा था कि हम सभी 90 सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर चुके हैं. हमें कमजोर समझने वालों को भविष्य में पछताना होगा.
दोनों तरफ से उठ रहा विरोध का सुर
आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन के खिलाफ, दोनों ही दलों में विरोध के सुर उठ रहे हैं. राहुल गांधी की तरफ से गठबंधन के लिए बनाई गई 4 सदस्यीय कमेटी में शामिल होने के बावजूद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा इसका विरोध कर चुके हैं. वे कह चुके हैं कि हरियाणा का माहौल इस बार कांग्रेस के पक्ष में है. हमें किसी गठबंधन की जरूरत नहीं है. रविवार को आप विधायक सोमनाथ भारती ने भी राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे पर सवाल उठाए. भारती ने कहा कि ये नेता दिल्ली में लोकसभा चुनाव के दौरान समझौते के बावजूद आप नेताओं के पक्ष में प्रचार करने नहीं आए. हमारी पार्टी को हरियाणा में गठबंधन करने से पहले दिल्ली में बने गठबंधन की प्रभावशीलता का मू्ल्यांकन करना चाहिए.
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