डीएनए हिंदी: भारत में कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. प्रतिदिन 6 हजार से ज्यादा नए केस सामने आ रहे हैं. कोरोना के जन्म की कहानी चमगादड़ से जुड़ी है और अब यह चमगादड़ गर्मी के चलते मुश्किलों में घिर गया है. उत्तर भारत समेत पूरे देश में गर्मी बढ़ रही है. इसका असर अब चमगागड़ों पर भी पड़ रहा है. ओडिशा के जाजपुर जिले के एक गांव में गर्म हवा की वजह से चमगादड़ों की लगातार मौत हो रही है जिसके चलते वन विभाग की तरफ से चमगादड़ों को बचाने के लिए पानी का छिड़काव किया जा रहा है.
रिपोर्ट्स के अनुसार, ओडिशा के कबताबंधा गांव को चमगादड़ों के लिए सुरक्षित निवास स्थान माना जाता है. यहां चमगादड़ों की आवाजें सुनाई देना आम है. यहां के पेड़ों में करीब 5,000 चमगादड़ पाए जाते हैं. खास बात यह है कि यहां रहने वाले लोग इन्हें पवित्र मानते हैं. इसके चलते चमगादड़ की मौत से ग्रामीण भी परेशान हैं.
समलैंगिक विवाह: सुप्रीम कोर्ट में शुरू हुई सुनवाई, पढ़िए अदालत में किसने क्या कहा
इस मामले में वन विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि भीषण गर्मी की वजह से 3 दिनों में 8 चमगादड़ों की मौत हो गई. ग्रामीणों के सूचना देने पर यहां स्प्रिंकलर के जरिए चमगादड़ों पर पानी का छिड़काव किया है. उन्होंने बताया है कि जब तक गर्मी थोड़ी कम नहीं हो जाती, तब तक चमगादड़ों पर पानी का छिड़काव होता रहेगा जिससे उनकी गर्मी के चलते मौत न हो.
अतीक हत्याकांड के बाद पहली बार बोले CM योगी, 'यूपी में अब कोई माफिया किसी को धमका नहीं सकता'
गौरतलब है कि देश में गर्मी बढ़ने के चलते लोग परेशान हो रहे हैं. अधिकतम पारा 43-44 डिग्री तक चला गया है. इसी तरह ओडिशा में भी गर्मी और लू प्रकोप जारी है. मौसम विभाग के मुताबिक ओडिशा के गंजम, पुरी, जगत सिंहपुर और संबलपुर में हीटवेव का प्रकोप बढ़ता जा रहा है जो कि इंसानों के साथ जानवरों पर भी भारी पड़ रहा है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.