Hijab Row: अब हैदराबाद में एग्जाम सेंटर पर रोकी गई बुर्के वाली स्टू़डेंट्स, जानिए पूरा विवाद

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jun 17, 2023, 02:35 PM IST

Hijab Row In Hyderabad: बुर्का पहनकर पहुंची छात्राओं को कॉलेज में एंट्री नहीं मिली है.

Hyderabad News: कॉलेज में बुर्का पहनकर पहुंची छात्राओं को रोकने के मुद्दे पर तेलंगाना के एक मंत्री के भी बयान से हंगामा हो गया है, जिन्होंने महिलाओं के Short Dress पहनने को लेकर विवादित कमेंट किया है.

डीएनए हिंदी: Telangana News- हैदराबाद के एक कॉलेज में हिजाब को लेकर विवाद (Hijab Row) हो गया है. कॉलेज में एग्जाम देने के लिए बुर्का पहनकर पहुंचीं छात्राओं को बाहर ही रोक दिया गया. छात्राओं को एग्जाम हॉल में एंट्री के लिए बुर्का उतारकर आने के लिए कहा गया. उन्होंने इंकार किया तो अंदर एंट्री देने से इंकार कर दिया गया. इसे लेकर माहौल गर्मा गया है. उधर, इस मुद्दे पर तेलंगाना के गृह मंत्री का विवादित बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि महिलाओं को छोटी ड्रेस (Short Dress) नहीं पहननी चाहिए और खुद को ज्यादा से ज्यादा ढककर रखना चाहिए. मंत्री के इस बयान पर कई महिला संगठनों ने महिला विरोधी बताते हुए हंगामा कर दिया है.

आधा घंटे बाद दी गई एग्जाम सेंटर में एंट्री

बुर्का पहनने को लेकर विवाद शुक्रवार को केवी रंगा रेड्डी महिला डिग्री कॉलेज में हुआ था. कॉलेज में उर्दू मीडियम डिग्री एग्जाम था. कुछ मुस्लिम छात्राओं का आरोप है कि उन्हें एग्जाम हॉल में एंट्री से पहले गेट पर अपना बुर्का उतारने के लिए कहा गया. इससे इंकार करने पर करीब आधा घंटे तक एग्जाम सेंटर के गेट पर ही खड़ा रखा गया और अंदर प्रवेश नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि बुर्का उतारने के बाद ही हमें एग्जाम देने की इजाजत दी गई. उन्होंने कहा, कॉलेज अथॉरिटी ने हमें अगले एग्जाम में बुर्का नहीं पहनकर आने की ताकीद की है, लेकिन यह एग्जाम रूल्स के खिलाफ है. हमारे माता-पिता ने इस मुद्दे पर गृह मंत्री महमूद अली से शिकायत की है. उन्होंने कहा है कि महिला छात्रों को बुर्के के साथ सेंटर में एंट्री नहीं देना गलत है.

सेक्युलर पॉलिसी का हवाला देते-देते बहक गई गृह मंत्री की जुबान

इस मुद्दे पर जब गृह मंत्री मोहम्मद महमूद अली से बात की गई तो उन्होंने अपनी सरकार के सेक्युलर नीति पर चलने की बात कही. हालांकि इसी दौरान उनकी जुबान बहक गई और वे महिला के छोटे कपड़ों पर कमेंट कर बैठे. उन्होंने कहा, कुछ प्रिंसिपल शायद ऐसा कर रहे होंगे, लेकिन हमारी पूरी तरह सेक्युलर पॉलिसी है. हर किसी को अपनी पसंद के कपड़े पहनने का हक है, लेकिन उन्हें हिंदू या मुस्लिम परंपरा के हिसाब से ही कपड़े पहनने चाहिएं. हम हमारे ड्रेस कल्चर का सम्मान करते हैं, लेकिन यदि आप यूरोपियन ड्रेस पहनती हैं तो यह सही नहीं होगा. महिलाओं को छोटे कपड़े नहीं पहनने चाहिए. उन्हें खुद को ज्यादा से ज्यादा ढककर रखना चाहिए. हम इस मुद्दे को देख रहे हैं और उसके हिसाब से कार्रवाई करेंगे. 

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