Himachal Cloudburst: हिमाचल प्रदेश में तीन दिन के अंदर चौथी जगह बादल फटने के कारण तबाही मच गई है. लाहौल स्पीति की पिन वैली में शुक्रवार शाम बादल फटने के कारण आए जल सैलाब में एक महिला बह गई है, जिसका शव बाद में रेस्क्यू टीमों ने बरामद कर लिया है. इस घटना में किसी अन्य व्यक्ति के लापता होने की सूचना अभी तक नहीं मिली है, लेकिन जिला प्रशासन सभी जगह जांच कर रहा है. उधर, बुधवार रात से गुरुवार सुबह तक कुल्लू, शिमला के रामपुर बुशहर और मंडी जिलों में बादल फटने के कारण लापता हुए लोगों में से 7 के शव मिल चुके हैं, जबकि बाकी 46 की अब तक कोई खबर नहीं मिली है. रेस्क्यू टीम इन लोगों की तलाश में जुटी हुई हैं. हिमाचल प्रदेश से सटे उत्तराखंड राज्य में भी केदारनाथ धाम पर हुई बादल फटने जैसी बारिश के कारण पैदल रास्ता कटने से फंस गए लोगों को रेस्क्यू करने का ऑपरेशन लगातार जारी है. भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों की मदद से अब तक 6,900 से ज्यादा श्रद्धालुओं को रेस्क्यू किया जा चुका है.
लाहौल स्पीति में बादल फटने के कारण कई रास्ते बंद
लाहौल स्पीति के जिला उपायुक्त राहुल कुमार ने बादल फटने के कारण आए जल सैलाब में एक महिला के बह जाने और बाद में उसका शव बरामद होने की पुष्टि कर दी है. जिले के कई रास्ते भी इस घटना के बाद बंद हो गए हैं, जिन्हें मलबा हटाकर खोलने की कोशिश की जा रही है.
रामपुर बुशहर के समेज में अब भी 36 लोग लापता
शिमला के रामपुर बुशहर के पास समेज में गुरुवार सुबह बादल फटने के कारण मची तबाही के निशान अब भी दिख रहे हैं. घटना के करीब 55 घंटे बाद भी मलबे के साथ बह गए 36 लोगों की कोई खबर नहीं मिली है. लापता लोगों की तलाश के लिए आपदा प्रबंधन टीमों के साथ ही हिमाचल पुलिस के जवान भी सर्च ऑपरेशन में जुटे हुए हैं. अब तक कोई खबर नहीं मिलने से इन लोगों के जिंदा रहने की उम्मीद लगातार खत्म होती जा रही है.
कुल्लू में दो शव मिले, 5 लोग लापता
कुल्लू के बागीपुल इलाके में मलबे के साथ बह गए एक परिवार के 5 सदस्यों समेत 7 लापता लोगों में से दो के शव बरामद कर लिए गए हैं. एक शव महिला और एक पुरुष का है. बाकी 5 लोग अब भी लापता हैं, जिनकी तलाश की जा रही है. मलबे के ढेर को भी उलटकर देखा जा रहा है.
मंडी में 5 शव मिले, 5 अब भी लापता
मंडी जिले की चौहारघाटी में भी बादल फटने के कारण मलबे में दब गए 3 मकानों में रहने वाले 5 लोगों के शव बरामद हो गए हैं. मलबे से 1 घायल को भी रेस्क्यू किया गया है, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है. यहां 5 लोग अब भी लापता हैं. लापता लोगों की तलाश में मलबा हटाया जा रहा है.
उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में अब भी फंसे हैं 1,500 श्रद्धालु
उत्तराखंड के केदारनाथ धाम के रास्ते में बादल फटने के बाद आई बाढ़ के कारण रास्ता कटने से फंसे श्रद्धालुओं को निकालने का काम जारी है. भारतीय वायुसेना के चिनूक और एमआई17 हेलिकॉप्टरों की मदद से गुरुवार से शुक्रवार देर रात तक 6,900 से ज्यादा श्रद्धालुओं को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब भी 1,500 से ज्यादा लोग रास्ते में जगह-जगह फंसे हुए हैं. इनमें से 150 लोगों की खबर नहीं मिल पा रही है. इनमें वे स्थानीय लोग भी शामिल हैं, जो यात्रा मार्ग पर दुकान चलाने या अन्य कोई काम करते हैं.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.