डीएनए हिंदी: यूपी में बुलडोजर का खुमार लोगों के सिर चढ़ कर बोल रहा है. यूपी विधानसभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की शानदार जीत ने यूपी सरकार के साथ-साथ प्रदेशवासियों के हौंसले को भी बढ़ा दिया है. हाल ही में लोगों द्वारा बुलडोजर के टैटू बनवाने के बाद अब इस होली पर बुलडोजर कलर की चर्चाएं खूब सुर्खियां बटौर रही हैं.
बुलडोजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चुनाव अभियान की आधारशिला है और कानून-व्यवस्था की स्थिति का लगभग पर्याय बन गया है, यही वजह है लोग अब मशीन को हर चीज से जोड़ना चाहते हैं.
इधर मामले को लेकर याहियागंज बाजार के थोक विक्रेता अशरफ अली ने कहा, बुलडोजर रंग के मुख्य रूप से केसरिया, पीले और अब काले रंग ने भी रंग बाजार में प्रवेश कर लिया है. महामारी के दौरान दो साल की खामोशी के बाद लोग अब बड़े पैमाने पर होली मनाने के मूड में हैं. गुलाल की बिक्री में भी लगभग 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
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अशरफ अली ने बताया, बुलडोजर रंग मुख्य रूप से रासायनिक आधारित रंग होते हैं जो होली पर दो से तीन दिनों तक अपना प्रभाव छोड़ते हैं. इन्हें गुलाल के रूप में और पानी के रंगों के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
उन्होंने कहा, हर्बल रंग ज्यादातर म्यूट रंगों में आते हैं जबकि रासायनिक रंग मजबूत और अधिक जीवंत होते हैं. लोग इस साल मजबूत रंगों का चयन कर रहे हैं.
इन रंगों की आसपास के जिलों से भी मांग है क्योंकि नवनिर्वाचित विधायक अपने मतदाताओं के साथ बड़े पैमाने पर जश्न मना रहे हैं.
थोक विक्रेताओं का कहना है कि खुदरा विक्रेताओं से अग्रिम बुकिंग की मात्रा को देखते हुए इस साल कारोबार पिछले वर्षों की बिक्री को पार कर सकता है. उनका कहना है कि मांग में तेज वृद्धि की आशंका के चलते दुकानें इन्वेंट्री होने के बावजूद नए ऑर्डर दे रही हैं.
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एक रिटेलर रोहित ने कहा, इस त्योहारी सीजन में कंज्यूमर सेंटिमेंट बहुत ज्यादा है और इसका असर इस होली की बिक्री पर दिखेगा. हर दुकान थोक में ऑर्डर दे रही है.
इस बीच सीमित उत्पादन के कारण इस सीजन में रंगों की कीमतों में उछाल आया है जो ब्रांडों के आधार पर 10-15 प्रतिशत से अधिक बढ़ गया है.
(इनपुट- आईएएनएस)
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