सिर्फ 11 साल के राजनीतिक करियर में पंजाब के CM की कुर्सी तक कैसे पहुंचे Bhagwant Mann?

| Updated: Mar 16, 2022, 02:30 PM IST

2011 में भगवंत मान ने पंजाब में पीपुल्स पार्टी से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी.

डीएनए हिंदीः पंजाब में के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की प्रचंड जीत के बाद आज भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने 17वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़ कलां में आयोजित कार्यक्रम में पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने भगवंत मान को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. कार्यक्रम में अकेले भगवंत मान ने शपथ ली है. मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द किया जाएगा. शपथग्रहण समारोह में आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पंजाब सह प्रभारी राघव चड्‌ढा भी मौजूद रहे.

पंजाब पीपुल्स पार्टी से राजनीतिक करियर की शुरुआत
प्रकाश सिंह बादल के भतीजे और तत्कालीन वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने जब मार्च 2011 में पंजाब में पीपुल्स पार्टी (People's Party) का गठन किया, तो भगवंत मान (Bhagwant Mann) भी राजनीति में कूद पड़े और पीपीपी के संस्थापक नेताओं में से एक बन गए. फरवरी 2012 में पंजाब विधान सभा चुनाव में भगवंत मान ने लहरागागा निर्वाचन क्षेत्र से पीपीपी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए.

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आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए भगवंत मान
पीपुल्स पार्टी को विधान सभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली, जिसके बाद मनप्रीत सिंह बादल ने कांग्रेस में शामिल होने की तैयारी शुरू कर दी. वहीं भगवंत मान ने कांग्रेस में शामिल होने के बजाय एक अलग रास्ता चुना और साल 2014 में आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हो गए.

लगातार 2 लोक सभा चुनावों में दर्ज की जीत
2014 के लोक सभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को पंजाब में भारी समर्थन मिला और पार्टी ने चार सीट जीतीं, जिसमें भगवंत मान की सीट भी शामिल थी. इस चुनाव में भगवंत मान आम आदमी पार्टी के प्रचार का चेहरा थे और उन्होंने संगरूर लोक सभा सीट से जीत दर्ज की. इसके बाद 2019 के लोक सभा चुनाव में भगवंत मान ने जीत दर्ज की.

भगवंत मान के नेतृत्व में आप की ऐतिहासिक जीत
आम आदमी पार्टी ने इस बार का विधान सभा चुनाव भगवंत मान (Bhagwant Mann) को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाकर लड़ा और ऐतिहासिक जीत दर्ज की. आम आदमी पार्टी (AAP) ने पंजाब की 117 सीटों में से 92 पर जीत हासिल की और दो-तिहाई बहुमत हासिल किया.