डीएनए हिंदी: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ देश की प्रमुख विपक्षी पार्टियों का गठबंधन इंडिया खतरे में नजर आ रहा है. इंडिया गठबंधन को राज्यों में ही सबसे बड़ी चुनौती मिल रही है. क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टियों ने ही बगावती तेवर अख्तियार कर लिया है. आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि उन्हें पंजाब की 13 की 13 की सीटें चाहिए.
ऐसा लग रहा है कि देश के बड़े मंचों पर भले ही राजनीतिक पार्टियां एकजुट नजर आ रही हों लेकिन लोकसभा चुनावों से पहले उनके पहले कोई गठबंधन नहीं होने वाला है. यह गठबंधन लगातार टूटता जा रहा है. अरविंद केजरीवाल का यह ऐलान गठबंधन कांग्रेस की महत्वाकांक्षा को रोक सकती है.
इसे भी पढ़ें- भयानक गर्मी और कंपकंपाने वाली ठंड, पर्यावरण में बदलाव कैसे बन रहा है जिंदगी के लिए मुसीबत
खतरे में विपक्षी एकता
चुनाव से पहले विपक्षी एकता खतरे में नजर आ रही है. आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को भ्रष्टाचारी पार्टी बता दिया है. उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि केंद्र सरकार काम नहीं करने दी रही है. ऐसी स्थिति में दोनों के बीच तकरार और बढ़ने के आसार हैं. राष्ट्रीय मंचों पर भले ही शरद पवार, ममता बनर्जी, राहुल गांधी और नीतीश कुमार एक साथ नजर आ रहे हों लेकिन चुनावों में ये दोस्ती नजर आने वाली नहीं है. अरविंद केजरीवाल का बयान इशारा कर रहा है कि इंडिया गठबंधन जमीन पर नजर नहीं आने वाला है.
इसे भी पढ़ें- पीएम मोदी काशी-तमिल संगमम के दूसरे संस्करण का करेंगे उद्घाटन, वाराणसी को देंगे कई सौगात
पंजाब में 13 की 13 सीटें चाहते हैं अरविंद केजरीवाल
पंजाब में लोकसभा की कुल 13 सीटे हैं. अरविंद केजरीवाल कुल 13 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारना चाहते हैं. दिल्ली और पंजाब में सरकार बनाने के बाद आम आदमी पार्टी के हौसले बुलंद हैं. वह सभी लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेंगे.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.