डीएनए हिंदी: Covid-19 Pandemic के दौरान चीन ने अपनी सभी यूनिवर्सिटीज बंद कर दी थीं. इसके बाद सभी छात्र अपने-अपने देश लौट आए और बड़ी संख्या में भारतीय छात्र भी वापस आए. छात्रों की पढ़ाई को लेकर जब राज्यसभा में सवाल उठा तो विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने कहा कि सरकार चीनी अधिकारियों से इस विषय पर बातचीत कर रही है. ताकि छात्र चीन वापस लौट कर पढ़ाई दोबारा शुरू कर सकें.
उन्होंने कहा, चीन ने पैंडेमिक को देखते हुए वीजा और रेजिडेंस परमिट सुविधा को बंद कर एक तरह से वहां जाने पर पाबंदी लगा रखी है. जानकारी के मुताबिक करीब 20 हजार छात्र चीन में अलग-अलग कोर्स कर रहे थे. इनमें से कई वहां मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे. जब चीन ने यूनीवर्सिटीज बंद करने का ऐलान किया तो बड़ी संख्या में छात्र भारत आए थे.
मुरलीधरन ने कहा, चीन में अभी तक यूनिवर्सिटीज पूरी तरह नहीं खुली हैं. सरकार नई दिल्ली में चीनी एंबेसी और चीन में भारतीय एंबेसी के जरिए इस मामले पर जल्द से जल्द कोई ठोस कदम उठाने की प्लानिंग कर रही है.
उन्होंने बताया कि विदेश मंत्रालय, नेशनल मेडिकल कमिशन और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि परेशान छात्रों की मदद की जा सके.
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