भारतीय नेवी के MARCOS Commandos को देखते ही छूटे समुद्री डाकुओं के छक्के, हाइजैक जहाज के सारे क्रू मेंबर सुरक्षित रेस्क्यू

Written By कुलदीप पंवार | Updated: Jan 05, 2024, 08:48 PM IST

Indian Navy Rescue Operation: समुद्री डाकुओं ने सोमालिया तट के पास 15 भारतीय क्रू मेंबर वाले लाइबेरियाई जहाज एमवी लीला नोरफोक का अपहरण किया था. इसके बाद भारतीय नेवी का INS Chennai रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए भेजा गया ता.

डीएनए हिंदी: INS Chennai Rescue Operation- सोमालिया के तट के पास कार्गो जहाज एमवी लिली नोरफोक (MV Lilly Norfolk) का अपहरण करने वाले समुद्री डाकुओं के छक्के भारतीय नेवी को देखते ही छूट गए. इस रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए भारतीय नेवी ने अपने युद्धपोत आईएनएस चेन्नई (INS Chennai) पर सबसे खतरनाक मार्कोस कमांडोज (Marcos Commandos) भेजे थे, जिन्होंने कुछ ही घंटे में लाइबेरियाई जहाज के सारे 21 क्रू मेंबर को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया है. इन क्रू मेंबर में 15 भारतीय भी शामिल हैं. भारतीय नेवी के प्रवक्ता ने बताया है कि लाइबेरिया के झंडे वाले एमवी लिली नोरफोक जहाज के टॉप डेक को समुद्री डाकुओं के कब्जे से छुड़ा लिया है.

क्या बताया है भारतीय नेवी ने

ANI ने भारतीय नेवी अधिकारियों के हवाले से बताया है कि हाइजैक जहाज एमवी लिली नोरफोक पर सवार 15 भारतीयों समेत सभी 21 क्रू मेंबर को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है. भारतीय मरीन कमांडोज Marcos अब जहाज के बाकी हिस्सों में सेनिटाइजेशन प्रोसेस (डाकुओं के खात्मे की प्रक्रिया) शुरू कर रहे हैं. 

जहाज का पॉवर जनरेशन किया जा रहा है शुरू

भारतीय नेवी के प्रवक्ता के मुताबिक, INS चेन्नई की मदद से अब एमवी लिली नोरफोक की पॉवर जनरेशन को रिस्टार्ट किया जा रहा है, जिसे जहाज पर कब्जा करने के लिए समुद्री डाकुओं ने बंद कर दिया था. जहाज अब अगले पोर्ट के लिए सफर शुरू करेगा. सारे डाकू गायब हैं, जिससे माना जा रहा है कि उन्होंने भारतीय नेवी के चेतावनी देने पर जहाज छोड़ दिया है. 

इससे पहले नेवी अधिकारियों ने शाम को बताया था कि INS चेन्नई युद्धपोत अपहरण का शिकार हुए जहाज के पास पहुंच गया है. युद्धपोस से समुद्री डाकुओं को अपहरण किया गया जहाज छोड़ने की चेतावनी दी जा रही है. साथ ही हेलीकॉप्टर के जरिये मरीन कमांडो मार्कोस की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए एमवी लीला पर उतार दी गई है. उत्तरी अरब सागर में इस रेस्क्यू ऑपरेशन की कार्रवाई दोपहर 3.15 बजे शुरू की गई थी, जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा.

अपहरण का संदेश मिलने के बाद से निगरानी में था जहाज

नेवी अधिकारियों के मुताबिक, अपहरण के बाद एमवी लीला नोरफोक जहाज से ब्रिटिश रॉयल नेवी की यूनिट यूके मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस (UKMTO) को अलर्ट भेजकर इसकी जानकारी दी थी. UKMTO रणनीतिक जलमार्गों में विभिन्न जहाजों की गतिविधियों पर नज़र रखता है. यह अलर्ट भारतीय नेवी को भी मिला था. जहाज पर क्रू मेंबर में 15 भारतीयों के होने की भी जानकारी मिली थी. इसके बाद भारतीय नेवी ने INS Chennai युद्धपोत को रवाना किया था. साथ ही समुद्री गश्ती विमान, प्रिडेटर MQ9B और इंटीग्रल के उपयोग से लगातार एमवी लीला जहाज की निगरानी शुरू की गई थी. जहाज पर मौजूद भारतीय क्रू मेंबर के साथ भारतीय नेवी ने कम्युनिकेशन भी बना लिया था.

सोमालिया से 300 समुद्री मील दूर किया था अपहरण

लाइबेरिया का झंडा लगे एमवी लीला नोरफोक जहाज को सोमालिया के तट से 300 समुद्री मील पूर्व में डाकुओं ने अपने कब्जे में लिया था. ब्राजील के पोर्ट डू एको से बहरीन के खलीफा बिन सलमान के लिए जा रहे जहाज पर 5-6 समुद्री लुटेरों के खतरनाक हथियार लेकर चढ़ने की जानकारी मिली थी.  

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