डीएनए हिंदी: इजरायल और हमास के बीच जारी जंग में गाजा पट्टी में भीषण तबाही मची है. इजरायली डिफेंस फोर्सेज ने गाजा पट्टी को तबाह कर दिया है. हमास के आतंकियों को चुन-चुनकर निशाना बना रही इजरायली सेना की गोलीबारी में लाखों घर तबाह हो गए हैं. गाजा के लोगों के पास न तो बिजली है, न ही पानी. अब वे दाने-दाने को तरस रहे हैं. इस मुश्किल वक्त में एक बार फिर भारत संकटमोचक बनकर सामने आया है. भारतीय वायुसेना का विमान सी-17 राहत सामग्री लेकर मिस्र की ओर रवाना हो गया है.
भारत ने करीब 6.5 टन दवाइयां और दूसरी जरूरी चीजों को भेजा है, वहीं 32 टन राहत सामग्री भेजी है. मिस्र के रास्ते ये राहत सामग्री फिलिस्तीन की ओर भेजी जाएगी. गाजा पट्टी में सीधे भारत ने कुछ नहीं भेजा है. जंग से कराह रहे फिलिस्तीन के लोग अब दाने-दाने को तरस रहे हैं.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, 'फिलिस्तीन के लोगों के लिए लगभग 6.5 टन चिकित्सा सहायता और 32 टन आपदा राहत सामग्री लेकर आईएएफ सी-17 उड़ान मिस्र में एल-अरिश हवाई अड्डे के लिए रवाना हुआ है.'
इसे भी पढ़ें- Delhi Pollution Reason: पराली, पटाखे और धुआं, दिल्ली की हवा को खराब करती हैं ये चीजें
कैसे गाजा तक पहुंचेगी राहत सामग्री?
फिलिस्तीन तक सीधे राहत सामग्री पहुंचाना अब देश के लिए मुश्किल है. ऐसे में ये सभी सामग्री गाजा और मिस्र के बीच राफा सीमा के रास्ते फिलिस्तीन तक भेजी जाएगी. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि राहत सामग्री में आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं, सर्जिकल सामान, तंबू, स्लीपिंग बैग, तिरपाल, सैनिटरी, क्लोरीन और दूसरी जरूरी चीजें शामिल हैं.
सबका संकटमोचक है भारत
भारत, संकटग्रस्त देशों की मदद के लिए हमेशा आगे आता है. फिलिस्तीन अथॉरिटी के अध्यक्ष महमूद अब्बास से बात करने के तीन दिन बाद भारत ने राहत सामग्री भेजने का फैसला किया है. भारत फिलिस्तीन को मानवीय मदद भेजना जारी रखेगा. भारत ने फिलिस्तीन में बढ़ रहे आतंकवाद को लेकर भी चिंता जाहिर की है.
यह भी पढ़ें- हमास के खिलाफ अब अमेरिकी आर्मी भी उतरेगी? बाइडन से जानिए सच
आतंकवाद, हिंसा और बिगड़ी सुरक्षा स्थिति को लेकर भी भारत ने फिलिस्तीन को आगाह किया है. भारत के इजरायल और फिलिस्तीन दोनों दोस्त हैं. ऐसे में भारत ने दोनों से कहा है कि शांति से काम लें. भारत ने यह भी कहा है कि वैश्विक तौर पर जहां भी आतंकवाद पनपे, उसे खत्म करने की जरूरत है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.