'कृष्ण जन्मभूमि के फैसले तक...' जगदगुरु Rambhadracharya ने ये कैसा प्रण ले लिया? Ayodhya Ram Mandir केस में भी बने थे सूत्रधार

Written By कुलदीप पंवार | Updated: Nov 09, 2024, 09:38 PM IST

Krishna Janmabhoomi Case अभी तक कोर्ट के सामने लंबित है, जिसमें हिंदू पक्ष लगातार सुनवाई की मांग कर रहा है. जगदगुरु रामभद्राचार्य ने कहा है कि यदि उन्हें कोर्ट ने बुलाया तो वे इस बात के सबूत पेश करेंगे कि मथुरा में विवादित जगह ही कान्हा का जन्म हुआ था.

Krishna Janmabhoomi Case: अयोध्या में भगवान राम की जन्मभूमि उसी जगह थी, जहां बाबरी मस्जिद बनाई गई है. इस बात की पुष्टि जगदगुरु रामभद्राचार्य (Jagadguru Rambhadracharya) ने पुराणों में दिए सबूतों से अदालत के सामने की थी. अब वे मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि को लेकर  हिंदू और मुसलमानों के बीच चल रहे विवाद में भी सबूत पेश करने को तैयार हैं. उन्होंने शनिवार को जयपुर पहुंचने पर इस बात का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि यदि अदालत ने उन्हें बुलाया तो वे उसके सामने यह साबित करेंगे कि मथुरा में बताई गई जगह पर ही भगवान श्रीकृष्ण ने जेल की सलाखों के पीछे माता देवकी की कोख से अवतरण लिया था. इसके अलावा जगदगुरु रामभद्राचार्य ने एक और बड़ी कसम खाई है. उन्होंने कहा है कि जब तक कृष्ण जन्मभूमि केस का फैसला हमारे पक्ष में नहीं आ जाता है, तब तक मैं किसी भी कृष्ण मंदिर में भगवान के दर्शन करने के लिए नहीं जाऊंगा.

'जल्द मिलेगी हमें सफलता'
जगदगुरु रामभद्राचार्य महाराज (Jagadguru Ramabhadracharya Maharaj) इस समय राजस्थान के जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में 9 दिवसीय रामकथा कर रहे हैं. इस दौरान ही उन्होंने कहा,'जब तक हमारे पक्ष में श्रीकृष्ण जन्मभूमि का फैसला नहीं आ जाता. मैं तब तक किसी कृष्ण मंदिर में दर्शन नहीं करूंगा. यदि मुझे कोर्ट ने सबूत देने के लिए बुलाया तो मैं जरूर जाऊंगा. जल्द ही हमें सफलता मिलेगी.' 

शुक्रवार को भी कही थी यही बात
तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर जगदगुरु रामभद्राचार्य ने शुक्रवार को भी कथा के दौरान व्यास गद्दी पर बैठकर यही प्रण दोहराया था. जब उनसे जयपुर के मशहूर कृष्ण मंदिर श्री गोविंद देव जी के दर्शन के लिए जाने की बात कही गई तो उन्होंने कहा कि पहले मैंने दर्शन का मन बनाया था, लेकिन बाद में मेरा मन बदल गया. अब हमने गोविंद देव जी से कह दिया है कि आप कितनी भी मनुहार कर लो, लेकिन जब तक मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि का फैसला नहीं होता, तब तक मैं किसी कृष्ण मंदिर में दर्शन करने नहीं जाऊंगा.

राम मंदिर के सबूत दिए थे मुस्लिम जज के सामने
रामभद्राचार्य महाराज राम मंदिर आंदोलन में भी सक्रिय रहे थे. बाबरी मस्जिद विवाद के दौरान पुराणों के आधार पर उनके दिए सबूतों के आधार पर कोर्ट में बैठे मुस्लिम जज को भी मानना पड़ा था कि भगवान राम का अस्तित्व था और उनका जन्म विवादित जगह पर ही हुआ था. इसके बाद ही अयोध्या का केस हिंदुओं के पक्ष में झुका था.

'जल्द ही पाकिस्तानी कब्जे से मुक्त होगा कश्मीर'
रामभद्राचार्य महाराज ने पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर को लेकर भी बड़ी घोषणा की है. उन्होंने कहा कि मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं. जल्द ही पाकिस्तानी कब्जे वाला कश्मीर भी हमें वापस मिल जाएगा.

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