Jahangirpuri: सुप्रीम कोर्ट ने रोका बुलडोजर, आदेश की कॉपी लेकर दौड़ीं वृंदा करात, ये रहा दिन भर का घटनाक्रम

Written By स्मिता मुग्धा | Updated: Apr 20, 2022, 06:31 PM IST

कार्रवाई रुकवाने पहुंची वृंदा करात

जहांगीरपुरी में ढाई घंटे चली बुलडोजर की कार्रवाई आज सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद रोक दी गई है. दिन भर इस कार्रवाई को लेकर हलचल और बयानबाजी होती रही.

डीएनए हिंदी: दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में आज एमसीडी ने सुबह ही बुलडोजर की कार्रवाई शुरू कर दी थी. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद रोक भी दिया गया था. हालांकि, आज दिन भर इसको लेकर खासी हलचल रही है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कार्रवाई रोक दी गई थी. कार्रवाई रुकवाने के लिए सीपीएम लीडर वृंदा करात खुद आदेश की प्रति लेकर दौड़ती हुई पहुंची थी. 5 पॉइंट में समझें दिन भर की बड़ी खबरें. 

आदेश की कॉपी मिलने के बाद रुकी कार्रवाई
सुबह 10 बजे अतिक्रमण विरोधी अभियान शुरू किया गया था. एक के बाद एक अवैध तरीके से बनाई गई दीवारों, दुकानों और एक मस्जिद के गेट को भी तोड़ दिया गया था. करीब डेढ़ घंटे की कार्रवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया. हालांकि, तोड़फोड़ की कार्रवाई 12 बजे के बाद भी होती रही थी. सुप्रीम कोर्ट में फिर से जिक्र हुआ और आदेश की कॉपी NDMC के मेयर के साथ ही दिल्ली के पुलिस आयुक्त तक पहुंचाई गई. उसके बाद 12.30 बजे कार्रवाई खत्म हुई थी.

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कपिल सिब्बल और दुष्यत दवे ने की थी पैरवी 
कांग्रेस के दिग्गज नेता और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल और वरिष्ठ अधिवक्ता दुष्यंत दवे ने जहांगीरपुरी में बुलडोजर चलाए जाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में पक्ष रखा था. वे जमीयत उलेमा-ए हिंद की तरफ से कोर्ट में पेश हुए थे. आज चीफ जस्टिस एनवी रमण की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष वरिष्ठ वकील दुष्यंत दवे ने दलील रखी थी. इसके बाद कोर्ट ने आदेश दिया कि गुरुवार को अगले आदेश तक यथास्थिति बनाए रखना होगा.

भागते हुए आदेश की कॉपी लेकर पहुंची वृंदा करात
सुप्रीम कोर्ट ने करीब 11 बजे ही यथास्थिति बनाए जाने का आदेश दे दिया था. आदेश की कॉपी नहीं मिलने की वजह से जहांगीरपुरी में बुलडोजर कार्रवाई 12.30 बजे तक चलता रहा था. ऐसे वक्त में माकपा नेता वृंदा करात कोर्ट का आदेश लेकर जहांगीरपुरी पहुंच गईं थीं. करात भागते हुए बुलडोजर की कार्रवाई रोकने के लिए पहुंची थीं. उन्होंने अपने मोबाइल में सुरक्षित आदेश की प्रति दीपेंद्र पाठक को सौंपी थी. 

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दोनों पक्षों के बीच खूब हुई बयानबाजी 
बुलडोजर कार्रवाई के समर्थन और विरोध दोनों में ही जमकर बयानबाजी दिन भर चलती रही है. राहुल गांधी ने ट्वीट कर इस कार्रवाई की तुलना संवैधानिक मूल्यों पर आघात से की थी. बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने कहा कि आतंकवादियों का केस लड़ने वाली संस्था बुलडोजर कार्रवाई रोकने के लिए पहुंची है. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण रोकने वाले आज दंगाइयों के समर्थन में खड़े हैं. प्रशांत भूषण ने कहा कि कोर्ट के आदेश के बाद भी कार्रवाई होती रही है. 

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