नहीं रहे फिल्म समीक्षक Jai Prakash Chouksey, 26 साल से रोज लिख रहे थे कॉलम 'परदे के पीछे'

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Mar 02, 2022, 12:40 PM IST

जयप्रकाश चौकसे

कुछ दिन पहले ही लिखी थी अपने मशहूर कॉलम 'परदे के पीछे' की आखिरी किस्त.

डीएनए हिंदी: जाने-माने फिल्म समीक्षक जय प्रकाश चौकसे का निधन हो गया है. इंदौर में उन्होंने आखिरी सांस ली. वह काफी दिनों से बीमार चल रहे थे. पिछले हफ्ते उन्होंने अपने लोकप्रिय कॉलम 'परदे के पीछे' की आखिरी किस्त लिखी थी. इसका शीर्षक उन्होंने दिया है- 'यह विदा है, अलविदा नहीं.'

जानकारी के मुताबिक, शाम 5 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. जय प्रकाश चौकसे के छोटे बेटे आदित्य मुंबई में रहते हैं. फिलहाल उनका इंतजार किया जा रहा है.

मध्यप्रदेश में हुआ था जन्म
जयप्रकाश चौकसे की उम्र 83 साल थी. एक सितंबर 1939 को मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में उनका जन्म हुआ था. उन्होंने स्कूली शिक्षा बुरहानपुर से ही पूरी की और उसके बाद कॉलेज की पढ़ाई के लिए इंदौर चले गए. फिल्मों में उनकी रुचि बचपन से ही थी. बताया जाता है कि उनके कपूर परिवार से काफी करीबी संबंध थे. सलीम खान से भी उनकी गहरी दोस्ती थी.

उनके उपन्यास
दराबा
ताज बेकरारी का बयान

लेख संग्रह
परदे के पीछे

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