डीएनए हिंदी: Jaipur Latest News- राजस्थान में विधानसभा चुनाव (Rajasthan Assembly Election 2023) के दौरान केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई लगातार जारी है. शुक्रवार को आयकर विभाग की टीम ने एक महीने में तीसरी बार जयपुर के गणपति प्लाजा स्थित प्राइवेट लॉकर्स पर छापेमारी शुरू की है, जो देर रात तक चल रही है. शुक्रवार को अब तक आयकर टीम ने दो लॉकर्स खोले हैं, जिनमें से एक में 7.5 लाख रुपये का बेनामी कैश मिला है. दूसरे लॉकर्स से भी नोटों की दर्जनों गड्डियां बरामद हुई हैं, जिनकी देर रात तक गिनती चल रही थी. इनके 1.5 करोड़ रुपये से ज्यादा होने का अनुमान है. साथ ही इस लॉकर में बहुत सारी विदेशी मुद्रा भी मिली है. आयकर टीम ने इसके बाद कई अन्य लॉकर्स को भी खोलकर चेक करने की बात कही है. सूत्रों के मुताबिक, अब तक की छापेमारी में इन लॉकर्स से 7 करोड़ रुपये से ज्यादा की बेनामी नकदी बरामद हो चुकी है. गणपति प्लाजा में 1,100 से ज्यादा लॉकर्स हैं. आयकर विभाग ने यह छापेमारी चर्चित राजस्थान टीचर्स भर्ती पेपर लीक केस (Rajasthan Teacher Recruitment Paper Leak Case) के सिलसिले में की है.
पिछली दो छापेमारी में मिला था इतना काला धन और सोना
आयकर विभाग की टीम ने पहली बार 17 अक्टूबर को गणपति प्लाजा के लॉकर खंगाले थे. उस समय 3 लॉकर्स की जांच की गई थीं, जिनमें 30 लाख रुपये की बेनामी नकदी मिली थी. इसके बाद 21 अक्टूबर को फिर छापा मारा गया था, जिसमें 2.46 करोड़ रुपये की बरामदी हुई थी. अब तक आईटी टीम इन लॉकर्स से 7 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी और 12 किलोग्राम सोना बरामद कर चुकी है.
भाजपा नेता के काले धन छिपाने के दावों के बाद हुई है छापेमारी
आयकर टीम गणपति प्लाजा के प्राइवेट लॉकर्स पर यह छापेमारी भाजपा नेता किरोड़ी लाल मीणा के दावों के बाद कर रही है. मीणा ने पिछले महीने दावा किया था कि गणपति प्लाजा स्थित लॉकर्स में पेपर लीक घोटाले से कमाया गया काला धन छिपाया गया है. यह टीचर भर्ती राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की निगरानी में चल रही थी, जिसका पेपर पिछले साल दिसंबर में लीक होने के बाद एग्जाम कैंसिल हो गया था. इस केस में 37 कैंडिडेट्स समेत कुल 55 लोग गिरफ्तार हुए हैं.
गिरफ्तार लोगों में RPSC के सदस्य कटारा भी शामिल
अब तक गिरफ्तार हो चुके लोगों में आरपीएससी (Rajasthan Public Service Commission) के सदस्य बाबूलाल कटारा भी शामिल हैं. कटारा को ED ने गिरफ्तार किया है. कटारा ने स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (SOG) को पूछताछ के दौरान बताया था कि उन्हें सीनियर टीचर रिक्रूटमेंट एग्जाम पेपर का सेटअप तैयार करने की जिम्मेदारी संभाल रखी थी. उन्होंने SOG को पूछताछ में बताया था कि यह एग्जाम पेपर उन्होंने 60 लाख रुपये के बदले लीक किया था. SOG ने इस केस में RPSC मेंबर बाबूलाल के अलावा उनके भतीजे विजय कटारा और आयोग में काम करने वाले ड्राइवर गोपाल सिंह को इस साल अप्रैल में गिरफ्तार किया था.
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