Reasi Bus Terror Attack: हेलिकॉप्टर-ड्रोन से तलाशे जा रहे आतंकी, भारतीय INSAS राइफल लिए थे आतंकी, मास्टरमाइंड का भी खुलासा

Written By कुलदीप पंवार | Updated: Jun 10, 2024, 10:21 AM IST

Jammu And Kashmir Terror Attack के बाद सुरक्षा बलों ने रियासी के जंगलों में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है. (फोटो- PTI)

Reasi Bus Terror Attack: आतंकियों के जम्मू इलाके में पिछले एक दशक की सबसे बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने पर हर तरफ अलर्ट जारी है. उपराज्यपाल ने एक खास बैठक बुलाई है.

Reasi Bus Terror Attack: जम्मू-कश्मीर में शिवखोड़ी से वैष्णो देवी मंदिर जा रहे श्रद्धालुओं की बस पर आतंकी हमले के बाद हाई अलर्ट का माहौल है. सुरक्षा बलों ने रियासी जिले के घने जंगलों में हेलीकॉप्टर के साथ ही खास त्रिनेत्र V3 ड्रोन से आतंकियों की तलाश शुरू कर दी है. जम्मू इलाके में पिछले एक दशक के सबसे बड़े आतंकी हमले को लेकर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सुरक्षा बलों की एक साझा बैठक भी बुलाई है. इस बस हादसे में 10 लोगों की मौत हुई है, जबकि 33 लोग घायल हुए हैं. उधर, हमले को लेकर कुछ खास जानकारी सामने आई है. हमले के पीछे पाकिस्तानी आतंकी अबू हमजा और हदून के अलावा पूर्व पाकिस्तान कमांडो इस्माइल फौजी का हाथ सामने आया है. इन लोगों ने ही पिछले महीने भारतीय वायुसेना के काफिले पर पुंछ जिले में हमला किया था. इन पर इनाम भी घोषित किया जा चुका है. 


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भारतीय सेना की राइफलों का इस्तेमाल

जम्मू-कश्मीर पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, रियासी बस हमले में शामिल आतंकियों की संख्या 4 थी. आतंकियों ने इंसास (INSAS) राइफल का हमले में इस्तेमाल किया है, जो चौंकाने वाली बात है. यह राइफल भारतीय ऑर्डिनेंस फैक्टरियों में बनती है और इसका इस्तेमाल भारतीय सेना व अन्य सुरक्षा बल करते हैं. इसके उलट इन आतंकियों ने भारतीय वायुसेना के काफिले पर हमले के दौरान अमेरिका में बनी घातक असॉल्ट राइफल M4 और रूस में बनी AK-47 राइफलों का इस्तेमाल किया था.


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हाई डेफिनेशन कैमरे वाले हेक्सा कॉप्टर ड्रोन से चल रही सर्च

रियासी बस हमले के बाद सुरक्षा बल जंगलों में जॉइंट सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं. सर्च के लिए हेलीकाप्टर और हेक्सा कॉप्टर ड्रोन (Hexa Copter Drone) की मदद ली जा रही है. त्रिनेत्र V3 (Trinetra V3 Hexa Copter Drone)में P2Z हाई डेफिनेशन कैमरा लगा हुआ है, जिससे घने जंगलों के अंदर की भी साफ तस्वीर मिल रही है. इसके अलावा जमीनी स्तर पर सुरक्षा बल इन जंगलों में मौजूद प्राकृतिक गुफाओं की तलाशी ले रहे हैं.

फोरेंसिक टीम जुटा रही है मौके पर सबूत

रियासी जिले के पोनी इलाके के तेरयाथ गांव के पास यह हमला घने जंगल में अंजाम दिया गया है. घटनास्थल पर फोरेंसिक (FSL) टीम भी बुलाई गई है, जिसने वहां पहुंचकर आसपास के इलाके में सबूत जमा करना शुरू कर दिया है. NIA की फोरेंसिक टीम भी घटनास्थल की तरफ रवाना हो गई है.

उपराज्यपाल ने बुलाई है विशेष बैठक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पूरे मामले पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से जानकारी मांगी है. उपराज्यपाल ने इसके बाद श्रीनगर में एक विशेष बैठक बुला ली है. इस बैठक में भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और CRPF के आला अधिकारी बुलाए गए हैं. इस बैठक में जम्मू-कश्मीर में पिछले दो महीने के दौरान बढ़ी आतंकी गतिविधियों पर चर्चा की जाएगी.

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