कश्मीर के लाल चौक पर 33 साल बाद फिर फहराया गया तिरंगा, आतंक के मुंह पर तमाचा

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jan 26, 2023, 11:27 PM IST

Lal Chowk Tricolor 

देश के 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर ऐतिहासिक लाल चौक सिटी सेंटर से 100 फुट लंबे राष्ट्रीय ध्वज के साथ मार्च निकाला गया.

डीएनए हिंदी: देशभर में गुरुवार को 74वां गणतंत्र दिवस मनाया गया. इस दौरान राजधानी दिल्ली समेत जगह-जगह तिरंगा फहराया गया. इन सबके बीच में एक तस्वीर सबसे ज्यादा चर्चा में रही, वो है श्रीनगर के लाल चौक पर स्थिति घंटाघर की. 1990 के बाद दूसरी बार गुरुवार को लाल चौक के घंटाघर पर तिरंगा फहराया गया. इससे पहले 2022 में लाल चौक पर तिरंगा फहराया गया था.

देश के 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर ऐतिहासिक लाल चौक सिटी सेंटर से 100 फुट लंबे राष्ट्रीय ध्वज के साथ मार्च निकाला गया. कुछ लोगों ने वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगाते हुए शेर-ए-कश्मीर पार्क से लाल चौक स्थित प्रतिष्ठित घंटाघर तक मार्च किया. शांतिपूर्वक संपन्न हुई रैली के लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे. बता दें कि कश्मीर की राजनीति को लेकर लाल चौक स्थित घंटाघर का हमेशा से काफी महत्व रहा है.

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घाटी में गणतंत्र दिवस का मुख्य समारोह यहां सोनवार स्थित शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित किया गया. उपराज्यपाल के सलाहकार राजेश राय भटनागर मुख्य अतिथि थे और उन्होंने समारोह की अध्यक्षता की. हाड़ कंपा देने वाली ठंड के बीच पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) और स्कूली बच्चों की टुकड़ियों ने मार्च पास्ट में हिस्सा लिया और भटनागर ने सलामी ली. 

इंटरनेट सेवा थी बंद
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रदेश महासचिव अशोक कौल के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने लाल चौक के घंटाघर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. समारोह का सुगम संचालन सुनिश्चित करने के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षा बल के जवानों को तैनात किया गया था, लेकिन शहर में माहौल स्पष्ट रूप से शांत था. यातायात नियंत्रित करने के लिए कम जांच चौकियां स्थापित की गई थीं. शहर में चौराहों को अवरुद्ध करने के लिए कंटीले तारों का भी उपयोग नहीं किया गया था. इस बार मोबाइल उपकरणों पर इंटरनेट निलंबित नहीं किया गया था, जो 2005 के आईईडी विस्फोट के बाद सुरक्षा व्यवस्था का एक अहम हिस्सा हुआ करता था.

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वहीं, अनंतनाग और कुलगाम जिलों में गणतंत्र दिवस की परेड शानदार रही क्योंकि परेड बर्फबारी के बीच आयोजित की गई थी. बर्फबारी के चलते दोनों जगहों पर परेड मैदान सफेद रंग में तब्दील हो गया था. उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के पट्टन इलाके में स्कूली बच्चों के एक समूह ने गणतंत्र दिवस के मौके पर 'तिरंगा' रैली निकाली.

(PTI  इनपुट के साथ)

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