Champai Soren के खिलाफ Congress विधायकों की बगावत, खतरे में सरकार, क्या दिल्ली में होगा डैमेज कंट्रोल?

Written By अभिषेक शुक्ल | Updated: Feb 18, 2024, 10:52 AM IST

Champai Soren

झारखंड में हेमंत सोरेन के हटते ही गठबंधन सरकार मुश्किलों में आ गई है. मंत्री अपने पोर्टफोलियो से नाराज हैं और वे कांग्रेस आलाकमान से मिलने दिल्ली पहुंचे हैं.

झारखंड (Jharkhand) में चंपई सोरेन (Champai Soren) कैबिनेट के विस्तार (Cabinet expansion) के बाद बगावत उतरे कांग्रेस के 9 से ज्यादा विधायकों की मान-मनौवल की कोशिश फिलहाल नाकाम हो गई है.

विधायक पार्टी के आलाकमान से मिलने शनिवार रात नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए, जबकि दो अन्य विधायक रविवार सुबह जाएंगे.

सीएम चंपई सोरेन भी शनिवार शाम को दिल्ली गए हैं. उनका कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित पार्टी के अन्य नेताओं से मिलने का कार्यक्रम है.

माना जा रहा है कि सीएम की कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात के दौरान कांग्रेस विधायकों की नाराजगी के मुद्दे पर बात हो सकती है.

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क्या है कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मांग?
कांग्रेस के नाराज विधायकों की मांग है कि चंपई सोरेन कैबिनेट में उनकी पार्टी से जिन चार लोगों को मंत्री बनाया गया है, उन्हें हटाकर नए चेहरों को मौका दिया जाए.

ये चारों हेमंत सोरेन की सरकार में भी मंत्री थे, लेकिन इनमें से किसी का परफॉर्मेंस ऐसा नहीं है कि इन्हें दोबारा कैबिनेट में जगह दी जानी चाहिए थी.

रांची में हुई थी होटल में अहम बैठक
शनिवार को नाराज विधायकों ने रांची के बिरसा चौक स्थित एक होटल में बैठक की. उन्हें मनाने के लिए मंत्री बसंत सोरेन पहुंचे. उन्होंने विधायकों से बात की, लेकिन वे अपनी मांग से अड़े रहे. 

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विधायकों ने कह दिया है कि अगर कांग्रेस कोटे के चारों मंत्रियों आलमगीर आलम, रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता और बादल को नहीं हटाया गया तो वे 23 फरवरी से होने वाले विधानसभा के बजट सत्र का बहिष्कार करेंगे.

अगर नहीं बनी बात तो गिर जाएगी सरकार
अगर ये विधायक अपनी मांग पर अड़े रहे तो चंपई सोरेन की सरकार विधानसभा सत्र के दौरान खतरे में पड़ सकती है. बजट मनी बिल होता है और इसपर मतदान के दौरान अल्पमत में रहने से सरकार गिर सकती है.

मंत्रिमंडल विस्तार की वजह से भड़के हैं विधायक
शुक्रवार को हुए मंत्रिमंडल विस्तार के समय विधायकों ने अपनी नाराजगी जताते हुए खुद को सर्किट हाउस के कमरे में बंद कर लिया था. मान मनौव्वल के बाद ये लोग शपथ ग्रहण समारोह में गए, लेकिन नाराजगी कम नहीं हुई. 

पुराने मंत्रियों से है 36 का आंकड़ा
नाराज विधायकों ने एक स्वर में कहा कि वह सरकार या महागठबंधन के खिलाफ नहीं हैं लेकिन जिस तरह से अंधेरे में रखकर कांग्रेस की ओर से पुराने मंत्रियों को ही दोबारा मंत्री पद की शपथ दिलाई गई वह गलत है. इसलिए हम सब विधायक एकजुट होकर दिल्ली जा रहे हैं. वहां आलाकमान के सामने अपनी बात रखेंगे. 

कौन हैं कांग्रेस के नाराज विधायक?
नाराज चल रहे विधायकों में कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह, राजेश कच्छप, इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला, रामचन्द्र सिंह, नमन विक्सल कोनगाड़ी, दीपिका पांडेय सिंह, अंबा प्रसाद, सोनाराम सिंकू, शिल्पी नेहा तिर्की, भूषण बाड़ा शामिल हैं. (इनपुट: IANS)

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