झारखंड में Solar Energy से रोशन हुए 7,740 घर, दुर्गम इलाकों में पहली बार पहुंची बिजली

| Updated: Jan 29, 2022, 09:37 AM IST

झारखंड सरकार का दावा है कि उनके प्रयासों से दुर्गम इलाकों में स्थित 7,740 घरों को सोलर एनर्जी के जरिए बिजली पहुंचाई गई है.

डीएनए हिंदी: देश में सौर ऊर्जा (Solar Energy) के विस्तार के बीच झारखंड सरकार (Jharkhand Government) ने एक बड़ा दावा किया है. झारखंड सरकार का कहना है कि उन्होंने 7,740 घरों को 'सोलर अलोन' सिस्टम और Solar Plant से विद्युतीकृत किया है. सरकार ने कहा कि झारखंड के सुदूर और दुर्गम इलाकों में स्थित गांव अब सौर ऊर्जा की मदद से रोशन हो रहे हैं. 

इस मामले में मुख्यमंत्री सचिवालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड द्वारा कुल 7,740 घरों की पहचान की गई जहां बिजली पहुंचना अभी भी दुर्गम थी. दुर्गम पहाड़ियों और जंगलों के कारण पारंपरिक तरीकों से इन घरों का विद्युतीकरण संभव नहीं था. ऐसी स्थिति में बसे घरों को सौर स्टैंड-अलोन सिस्टम और सौर ऊर्जा संयंत्रों से विद्युतीकृत किया गया है.

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झारखंड सरकार द्वारा कहा गया है कि दो माध्यमों से वो दूरवर्ती गांवों को रौशन कर रही है. पहला सोलर स्टैंड एलोन सिस्टम के जरिये 50 से कम घर होने अथवा गांव की भौगोलिक स्थिति में गांव का विस्तार, ग्रामीण जनसंख्या का घनत्व विभिन्न टोलों में बांटकर दूर दूर होने की स्थिति में उस गांव को सोलर स्टैंड एलोन सिस्टम के माध्यम से विद्युतीकृत किया जाना प्रस्तावित है.

इसके तहत प्रत्येक घर में 200-250 वाट का मॉड्यूल 9 वाट के 4 एल.ई.डी. लाईट, 1 अदद डी.सी. पंखा उपलब्ध कराया जाएगा. साथ ही एक मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट एवं 1 एल.ई.डी. टी.वी. के लिए उपयुक्त क्षमता के पावर प्वाईंट की व्यवस्था के साथ विद्युतकृत किया जाएगा.

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जानकारी के मुताबिक झारखंड के साहिबगंज जिले के बरहेट स्थित चपेल पहाड़, बास्को पहाड़ और टेंगरा पहाड़ स्थित गांव सौर ऊर्जा से रोशन हो चुके हैं. वहीं पतना प्रखंड के छह गांवों में सौर ऊर्जा का कार्य जारी है जबकि हजारीबाग के इचाक, चतरा के सिमरिया के एक-एक गांव एवं सिमडेगा के चार गांवों को सौर ऊर्जा से आच्छादित करने का कार्य जारी है.