डीएनए हिंदी: गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी (Jignesh Mevani) को असम पुलिस (Assam Police) ने 20 अप्रैल को गुजरात से गिरफ्तार किया था. वह गुरुवार को एक बार फिर से जमानत याचिका (Bail Plea) दायर करेंगे. इससे पहले, उन्हें जमानत मिल गई थी, लेकिन तुरंत ही उन्हें दूसरे मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था.
दलित कार्यकर्ता जिग्नेश मेवानी गुजरात की वडगाम विधानसभा से निर्दलीय विधायक हैं. पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ 'अपमानजनक' ट्वीट करने के आरोप में जिग्नेश मेवानी के खिलाफ असम में केस दर्ज कराया गया था. असम की पुलिस ने गुजरात जाकर जिग्नेश को गिरफ्तार कर लिया था. उन्हें कोकराझार की एक अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेजा था.
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जमानत मिलते ही दोबारा गिरफ्तार हो गए थे जिग्नेश मेवानी
बाद में जिग्नेश मेवानी को कोकराझार कोर्ट से जमानत मिल गई. हालांकि, असम के पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, जमानत मिलने के बाद जिग्नेश मेवानी ने पुलिस के लोगों पर हमला कर दिया. इसी के चलते, जिग्नेश मेवानी को महिला पुलिस कॉन्स्टेबल से मारपीट और छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था.
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जिग्नेश को दोबारा गिरफ्तार करने के बाद बरपेटा ले जाया गया था. कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता जिग्नेश मेवानी की गिरफ्तारी के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. अब जिग्नेश मिवानी ने दोबारा जमानत याचिका दायर करने का फैसला किया है.
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